Senior Citizen Tirth Yatra Scheme: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणाओं में से एक वरिष्ठ तीर्थजन यात्रा योजना 2022 से प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के चेहरे खिल उठे हैं. योजना के तहत प्रदेश के 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों का निशुल्क तीर्थ यात्रा का सपना सच हो रहा है. देवस्थान विभाग 900 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को रामेश्वरम (मदुरै) की मुफ्त यात्रा करवा रहा है. देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने शुक्रवार को जयपुर में तीर्थ यात्रियों की पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर यात्रा के लिए रवाना किया. मंत्री रावत ने सभी यात्रियों को माला पहनाकर यात्रा की शुभकामनाएं दी. तीर्थयात्रियों की ट्रेन का फीता भी बुजुर्ग यात्री से कटवाया.


लॉटरी से किया 1181 यात्रियों का चयन
देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि पहली ट्रेन जयपुर के दुर्गापुरा स्टेशन से रवाना हुई है, जिसमें जयपुर जिले के 700 से अधिक यात्री यात्रा कर रहे हैं. प्रथम चरण में जयपुर, सवाईमाधोपुर और बारां जिले के 991 यात्रियों को भ्रमण करवा रहे हैं. लॉटरी के माध्यम से 1181 यात्रियों का चयन किया गया था, जिनमें से 991 यात्रियों ने ही सहमति दी है. इस यात्रा की अवधि सात दिन की होगी. यह ट्रेन 2 बजे सवाई माधोपुर और 4.30 बजे बारां रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी.


1.25 लाख यात्रियों ने किया आवेदन
मंत्री रावत ने बताया कि कोविड के चलते पिछले दो साल से वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का संचालन नहीं किया सका था. इस साल वरिष्ठजनों ने यात्रा के प्रति खासा उत्साह दिखाया. 20 हजार यात्रियों की तुलना में करीब 1.25 लाख यात्रियों ने यात्रा के लिए आवेदन किया. जिलों की जनसंख्या के अनुपात में यात्रियों की संख्या तय की गई और जिला स्तर पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ लॉटरी निकाली. चयनित यात्रियों को बुनियादी सुविधाओं के साथ यात्रा करवाई जा रही है.


75 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों के साथ सहायक को अनुमति
देवस्थान मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ और यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किया है. 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों के साथ एक सहायक को भी ले जाने की अनुमति दी है. इस यात्रा में एक दर्जन से ज्यादा तीर्थस्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा.


ट्रेन से 14 धार्मिक स्थलों का भ्रमण
देवस्थान आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने बताया कि योजना के तहत रेल यात्रा द्वारा देश के 14 धार्मिक स्थलों की व हवाईजहाज के द्वारा पशुपतिनाथ-काठमांडू (नेपाल) की यात्रा करवाई जाएगी. प्रस्तावित दूसरी ट्रेन 11 अक्टूबर को जगन्नाथपुरी के लिए जोधपुर से वाया जयपुर व कोटा होते हुए जाएगी. तीर्थयात्रा में रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेद शिखर-पावापुरी, उज्जैन-ओंकारेश्वर, गंगासागर कोलकाता, कामाख्या गुवाहाटी, हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ एवं वेलनकानी चर्च तमिलनाडु आदि स्थानों को शामिल किया है.


यात्रा के दौरान उपलब्ध सुविधाएं
भट्ट ने बताया कि प्रत्येक कोच में यात्रियों की सुविधा के लिए आईआरसीटीसी टूर एस्कोर्ट की व्यवस्था है. प्रत्येक कोच में अनआर्म्ड सुरक्षाकर्मी और हाउस कीपिंग स्टाफ भी तैनात है. ट्रेन में यात्रियों से संवाद एवं सूचना के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम रखा है. साथ ही यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर, पुरुष नर्स नर्सिंग कर्मी, महिला नर्सिंग कर्मी की टीम रहेगी. विभाग ने प्रत्येक यात्री को एक किट उपलब्ध करवाया है, जिसमें  चादर, कंबल, टावल, साबुन, टूथपेस्ट, शीशा कंघा, तेल व जरूरत का अन्य सामान उपलब्ध है. इसके अलावा गंतव्य स्थल पर यात्रियों के प्रवास के लिए शेयरिंग आधार पर होटल में साफ-सुथरे कमरे और समय पर नाश्ता और भोजन की भी व्यवस्था सुनिश्चित की है.


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