Rajasthan News: शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए केंद्र ने शुरू की मुस्कान योजना 2023, ये मिलेंगे फायदे
राजस्थान के उन सभी जिला अस्पतालों या उप-जिला अस्पतालों को इस योजना के तहत शामिल किया जाएगा, जहां पीडियाट्रिक विभाग की चार सुविधाएं पीडियाट्रिक ओपीडी, एसएनसीयू-3, इंडोर और एमटीसी की फैसिलिटी होगी.
Rajasthan News: सरकारी अस्पतालों में शिशु मृत्यु दर में कमी व शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा मुस्कान योजना (Muskaan Yojana) की शुरुआत की गई है. मुस्कान योजना सरकारी अस्पतालों में जनवरी-2023 महीने से लागू हो जाएगी, जिसका जनवरी महीने में अस्पतालों में राज्य स्तरीय आकलन शुरू होगा. अस्पतालों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं.
राजस्थान के कौनसे अस्पताल योजना में होंगे शामिल
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार राजस्थान के उन सभी जिला अस्पतालों या उप-जिला अस्पतालों को इस योजना के तहत शामिल किया जाएगा, जहां पीडियाट्रिक विभाग की चार सुविधाएं पीडियाट्रिक ओपीडी, एसएनसीयू-3 ,इंडोर और एमटीसी की फैसिलिटी होगी.
मुस्कान योजना को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भारत सरकार के सचिव आईएएस भारत भूषण ने सभी अस्पतालों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी हैं, जिसमें पीडियाट्रिक की मूलभूत सुविधाएं क्लीनिकल स्टाफ की सुविधा, प्रसव सुविधा, बच्चों के लिए दवाएं और वातावरण पारिवारिक सहयोगी जैसी देखभाल फायर सेफ्टी सुविधा, प्रशिक्षण समय-समय पर इलेक्ट्रिक, ऑडिट, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन की भी जांच की जाएगी. स्टेट क्वालिटी सेल के अनुसार जिन अस्पतालों में पीडियाट्रिक से जुड़े संसाधनों की सुविधाएं उपलब्ध है, उन्हें वहां उपलब्ध सुविधाओं मरीजों के अधिकारों, सपोर्ट सर्विसेज, चिकित्सकीय सुविधाएं. संक्रमण पर नियंत्रण, क्वालिटी मैनेजमेंट, आउट और इनपुट के साथ अन्य तरीकों से जांचा परखा जाएगा.
12 साल से कम उम्र के बच्चों को मिलेगा योजना का लाभ
केंद्र सरकार की मुस्कान योजना में 12 साल से कम उम्र के बच्चों पर फोकस किया जाएगा. अस्पतालों में व्यवस्था के लिए आंतरिक निरीक्षण किया जाएगा. यह देखा जाएगा कि बच्चों को आउटडोर से लेकर इनडोर तक किस तरह की सुविधाएं व्यवस्थाएं मिल रही हैं. टीम द्वारा आकलन के दौरान बच्चों और उनके अभिभावकों से भी फीडबैक लिया जाएगा. हर बिंदु के अलग-अलग पॉइंट मिलेंगे जिनके आधार पर अस्पतालों को अंक दिए जाएंगे.
समय-समय पर होगा अस्पतालों में सुविधाओं का आकलन
मुस्कान योजना के अनुसार समय-समय पर अस्पतालों में इंटरनल असेसमेंट होगा. उसके बाद जिला स्तरीय फिर राज्य स्तरीय असेसमेंट होगा. इन्ही पड़ाव से पार होने के बाद जो अस्पताल मुस्कान सर्टिफिकेट के लिए दावा करेंगे, उनको केंद्र की टीम द्वारा फाइनल असेसमेंट किया जाएगा. फाइनल असेसमेंट में भी जिस अस्पताल का पीडियाट्रिक विभाग 70% से अधिक अंक हासिल करेगा, उन्हें नेशनल मुस्कान सर्टिफिकेट तो मिलेगा ही साथ ही उसे नगद प्रोत्साहन भी दिया जाएगा.
जोधपुर सीएमएचओ पुरोहित ने बताया कि मुस्कान योजना के लिए अस्पतालों में तैयारियां चल रही है. एएनएम व आशा सहयोगिनी को ट्रेनिंग दी जा रही है. वही सीएचओ को भी ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे कि छोटे बच्चों का स्वास्थ्य संबंधी सारा डाटा रखा जा सके और उन्हें उच्च क्वालिटी की चिकित्सा सेवाएं दी जा सकें.
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