Beawar News: 'भारत में हो रहा लोकशाही का दुरुपयोग...', कथावाचक गिरी बापू ने देश के हालातों पर जताई चिंता
Rajasthan: कथावाचक गिरी बापू ने कहा कि हर शहर में ऐसी एक कमेटी बनाई जानी चाहिए जो सख्त एक्शन ले सके. कोई तेज आवाज में साउंड बजाए या रात में पटाखे फोड़े तो उन्हें पकड़ा जाना चाहिए.
Shiv Katha In Beawar: राजस्थान (Rajasthan) की धार्मिक नगरी ब्यावर (Beawar) में आयोजित शिव महापुराण कथा (Shiv Katha) में गुजरात के कथावाचक गिरी बापू (Giri Bapu) ने देश के हालातों पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि भारत में इतनी स्वतंत्रता है कि लोग रात एक बजे तक और सुबह चार बजे भी तेज आवाज में डीजे साउंड बजाते हैं, पटाखे फोड़कर शोर करते हैं. लोग यह नहीं सोचते कि उस वक्त कोई विद्यार्थी पढ़ रहा होगा, कोई तपस्वी ध्यान में बैठा होगा. बेवजह लोग अपने धन का दुरुपयोग कर रहे हैं. पटाखे फोड़कर धुंआ फैला रहे हैं. इन हरकतों से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. सर्दी में गर्मी हो रही है. लेकिन लोगों को रोकने वाला कोई नहीं.
कथावाचक गिरी बापू ने आगे कहा कि दुर्भाग्य है कि भारत में लोकशाही का दुरुपयोग हो रहा है. उन्होंने कहा कि हर शहर में ऐसी एक कमेटी बनाई जानी चाहिए जो सख्त एक्शन ले सके. कोई तेज आवाज में साउंड बजाए या रात में पटाखे फोड़े तो उन्हें पकड़ो.
'देशवासियों को जागना चाहिए'
कथावाचक ने कहा, "विदेशों की आलोचना करते हो लेकिन विदेशों में जाकर वहां का विकास देखो, उनसे सीखो. हमारे यहां ट्रक के पीछे लिखा होता है मेरा भारत महान और नीचे लिखते हैं बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला. भारत के लोगों को जागना चाहिए. शादी को लोग शान समझते हैं. शादी करके कचरा पैदा करोगे. बेवजह घर में लड़ाई झगड़े होंगे. आज तक जिनकी शादी हुई है उनसे पूछोगे तो अधिकांश लोग परेशान मिलेंगे. शादी करने से किसी का भला नहीं होने वाला है."
बापू ने बताया मौन का महत्व
गिरी बापू ने कहा कि शिवालय (Shiv Temple) में जाकर किसी मंत्र का जाप करने या शोर करने की आवश्यकता नहीं, वहां जाकर मौन रहें. मौन हमारी शोभा, सुंदरता और पहचान है. लंबे समय तक युवा रहना है, आरोग्य से भरा रहना है तो मौन रहें. भीतरी शक्ति का विकास करने के लिए मौन रहना आवश्यक है. मौन सबसे बड़ी उपासना है, साधना है. मौन ईश्वर का सबसे बड़ा सुंदर सिंहासन है.
नशामुक्ति का दिया संदेश
कथावाचक ने नशा मुक्ति का संदेश देते हुए कहा, "महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन लोग भांग पीते हैं, गांजा धतूरा सेवन करते हैं, यह गलत है. शिव महापुराण में कहीं नहीं लिखा कि भगवान शिव (Lord Shiva) नशा करते थे. समाज की एक बहन अपने पति को तंबाकू नहीं खिलाती तो मां जगदंबा अपने पति शिव को भांग घोट कर कैसे दे सकती है. कुछ लोगों ने अपने व्यापार के लिए भोले के भांग घोटने पर भजन बना दिए."
इनका कभी प्रदर्शन नहीं करें
बापू ने कहा कि बुद्धि, संपत्ति और पत्नी का कभी प्रदर्शन नहीं करें. गोपनीय बात कभी किसी को न बताएं. किसी निकट व्यक्ति को भी नहीं. दूसरों को राज बताने से खुद का नुकसान होता है. कथावाचक ने कटाक्ष किया कि मनुष्य के पेट में नमकीन, मिठाई रह सकती है लेकिन बात नहीं रह सकती. किसी से कहो कि यह बता किसी दूसरे को मत बताना तो वो सबसे पहले वो बात तत्काल दूसरों को जाकर बताएगा कि उसने ऐसा कहा.
कथा में कई संत हुए शामिल
हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज, नडियाद गुजरात के संतराम मंदिर से महंत कृष्णदास महाराज, संत शिवरामदास महाराज, सालासर धाम से महंत गोविंद गिरी, भीलवाड़ा के स्वामी हंसराम महाराज, हरिद्वार के महंत गंगादास महाराज, जोधपुर के संत रमैयाराम महाराज, बनारस के मानस प्रवक्ता पंडित छबिनाथ शास्त्री, वृंदावन की साध्वी मानस चकोरी, हरियाणा के महंत सर्वज्ञ मुनि, रामपुर यूपी के महंत अद्वैत मुनि, महंत केशव मुनि, गुजरात के महंत जमुनादास, हरिद्वार पतंजलि योग पीठ के डॉ. जितेंद्र सिंह,
ब्यावर के संत केवलराम रामस्नेही समेत कई संत-महात्माओं का सानिध्य प्राप्त हुआ. शहर थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह जोधा, आयोजन समिति अध्यक्ष शंकरलाल प्रजापति, मंत्री राजेश शर्मा, कार्यक्रम संयोजक मनीष रांका, रामकिशोर चौहान, राजेश प्रजापति ने व्यासपीठ का पूजन कर आरती में भाग लिया. कथा में देशभर से आए हजारों श्रद्धालु धर्मलाभ ले रहे हैं.
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