Bharatpur News: नासिर-जुनैद और कन्हैया लाल के मुआवजे में भेदभाव के आरोप का सीएम गहलोत ने दिया जवाब, जानें- क्या कहा
Rajasthan News: नासिर-जुनैद हत्याकांड के करीब 15 दिन बाद मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से मिलने भरतपुर के घाटमीका गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
Nasir-Junaid Murder Case: राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले नासिर और जुनैद की हत्या के बाद आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घाटमीका गांव पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. परिजनों से मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने कहा कि इस तरह की करतूत करने वालों को कम से कम फांसी की सजा होनी चाहिए. वहीं गहलोत सरकार में ही मंत्री सफिया जुबेर ने नासिर-जुनैद के परिवार को मिलने वाले मुआवजे पर सवाल उठाए थे, वहीं अब इसका सीएम अशोक गहलोत ने जवाब दिया है.
मुआवजे में नहीं होता कॉम्पीटीशन
घाटमीका गांव में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ये गलत बात है. मुआवजे का कोई कॉम्पीटीशन नहीं होता है. ये सवाल नहीं है मानवीय दृष्टिकोण और संवेदनशीलता का है. सीएम ने कहा कि नासिर और जुनैद की पत्नी और हर बच्चे को पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे. इसमें एक-एक लाख कैश और चार-चार लाख रुपये की एफडी करवाई जाएगी.
सफिया जुबेर ने किया था सवाल
बता दें कि मेवात से कांग्रेस विधायक साफिया जुबेर ने अपनी ही सरकार को घेरते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा था कि जुनैद-नासिर के परिवारों को कन्हैया लाल के परिवारों की तरह मुआवजा क्यों नहीं दिया गया. वहीं जुबेर से पहले इस मुद्दे पर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवौसी ने भी गहलोत सरकार से सवाल पूछा था कि सरकार धर्म के नाम पर मुआवजा देने में बेदभाव क्यों कर रही है. उन्होंने भी सवाल उठाया था कि जुनैद और नासिर के परिवारों को कन्हैया लाल की तरह मुआवजा क्यों नहीं दिया गया.
गौरतलब है कि नासिर-जुनैद हत्याकांड के करीब 15 दिन बाद मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से मिलने भरतपुर के घाटमीका गांव पहुंचे थे. इस दौरान सीएम के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी मौजूद रहे.
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