PFI Raid in Rajasthan: पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की देश विरोधी गतिविधियों के कारण इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इसके तार कोटा से भी जुड़े होने के कारण एनआईए की टीम यहां बराबर नजर बनाए हुए हैं. आज एक बार फिर एनआईए की टीम ने कोटा व बूंदी में कार्रवाई को अंजाम दिया. कोटा के विज्ञान नगर व कोटा जिले के सांगोद के साथ बूंदी में भी कार्रवाई की है, फिलहाल इस कार्रवाई को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है. ये ही नहीं उन्हें कुछ कागजात व संदिग्ध सामग्री भी मिलने की जानकारी मिल रही है. 


कोटा में एनआईए की टीम काफी देर तक रुकी और कुछ लोगों से भी पूछताछ की है. जयपुर के साथ कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और भीलवाड़ा में एनआईए की छापेमारी की गई है. कोटा के विज्ञान नगर अमन कॉलोनी में कार्रवाई हुई है. पीएफआई के जिलाध्यक्ष पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है. पिछली बार की गई छापेमारी में आपत्तिजनक दस्तावेज एनआईए के हाथ लगे थे और कुछ लोगों को एनआईए अपने साथ भी लेकर गई थी, उसी के तहत अधिक जानकारी मिलने पर फिर से कार्रवाई की गई. 


बूंदी के महावीर कॉलोनी में एनआईए की टीम ने दबिश दी और जिलाध्यक्ष के घर की तलाशी ली. एनआईए की टीम ने दस्तावेजों सहित घर को सीज कर दिया है. बूंदी जिलाध्यक्ष अनीश अंसारी की संदिग्ध गतिविधियों के चलते ये कार्रवाई की गई है. एक कार को भी जप्त किया गया है.
 
PFI कोटा और बूंदी के जिलाध्यक्ष एनआईए के निशाने पर
इससे पूर्व भी जब एनआईए टीम ने कार्रवाई की थी तो वह सीधे पीएफआई कोटा के जिलाध्यक्ष साजिद के घर पहुंची थी.  साजिद के घर पर काफी देर तक एनआईए की टीम रुकी. स्थिति को नियंत्रण में करने या किसी भी स्थिति से निपटने के लिए यहां भारी पुलिस जाप्ता भी तैनात किया था.


12 जनवरी 2023 को भी कोटा में की थी कार्रवाई
पीएफआई की संदिग्ध गतिविधियां के कोटा शहर और ग्रामीण क्षेत्र में  होने के कारण एनआईए की टीम ने 12 जनवरी 2023 को भी कोटा और आसपास के क्षेत्र में कार्रवाई को अंजाम दिया था और करीब 9 जगह छापेमारी कार्रवाई की थी. कोटा के सुभाष नगर में भी एक सख्श को हिरासत में लिया था. कोटा का पीएफआई कनेक्शन लगातार बढ रहा था, फंडिंग को लेकर भी यहां चर्चा आम हो गई थी. पीएफआई के बेन होने के बाद भी कोटा में एनआईए की टीम की पेनी नजर है.
 
22 सितम्बर 2022 को भी की गई थी कार्रवाई
भारत सरकार ने पीएफआई को पूरे देश में बेन कर दिया है. ऐसे में साजिद के घर से कुछ पुख्ता सूचना और बैन संगठन पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया से जुड़ी सामग्री मिलने की जानकारी एनआईए को थी. पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी कुछ लोग संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं. बीते साल 22 सितंबर 2022 को कोटा सहित देश भर में एनआईए की टीम ने इसी तरह से छापे मारे थे. इसके विरोध में कोटा में एक रैली भी सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई थी. 


इसकी एक रैली को खुद साजिद अहमद ने लीड किया था. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए थे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी. उसके बाद जब पूरे देश में पीएफआई के कई ठिकानों पर देश विरोधी गतिविधियों के पुख्ता सुबूत मिले तो कोटा में भी विरोध ठंडा पड गया. लेकिन बार-बार एनआईए की टीम कोटा, सांगोद, बूंदी में छापेमारी कर रही है.    


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