Rajasthan News: राजस्थान के स्कूलों में अब सिर्फ पांच दिन पढ़ाई होगी. छठे दिन खेलकूद व अन्य गतिविधियां होगी. दो साल पहले सीएम गहलोत ने स्कूलों में शनिवार को नो बैग डे रहने की घोषणा की थी. शिक्षा विभाग ने इसे एकेडमिक ईयर 22-23 से शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है. यानी इस सत्र से बच्चे हफ्ते में संडे के अलावा एक दिन बिना बस्ते के स्कूल में आएंगे.
शनिवार को होगा नो बैग डे
विभाग ने कैलेंडर में बाकायदा शनिवार को नौ बैग डे मनाने की पूरी रूपरेखा जारी की गई है. इसके अनुसार अब स्कूलों में सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार पांच दिन पढ़ाई होगी और शनिवार को कोई भी बच्चा स्कूल में बैग लेकर नहीं आएगा. इस दिन स्कूलों में सिर्फ खेलकूद गतिविधियां सहित विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं और उत्सव आदि मनाएं जाएंगे. बता दें कि देश के कई राज्यों में स्कूलों में नो बैग डे मनाया जाता है. उसी की तर्ज पर सीएम गहलोत ने भी राजस्थान में इस सत्र से से नो बैग डे बनाने की योजना लागू कर दी है.
हर शनिवार निर्धारित की गई गतिविधिया
शिक्षण सत्र 22-23 के शिक्षा विभाग के कैलेंडर में हर शनिवार की गतिविधियां निर्धारित कर दी गई हैं. स्कूलों में उसी के अनुसार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. महीने के पहले शनिवार को राजस्थान को अपने राज्य के बारे में जानकारी देने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. तीसरे शनिवार को 'खेलेगा राजस्थान तो बढ़ेगा राजस्थान' की थीम पर विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी, जिसमें सतोलिया, कबड्डी, कुश्ती जैसे स्थानीय खेल बच्चों को खिलाएं जाएंगे.
ये होंगे कार्यक्रम
वहीं हफ्ते के चौथे शनिवार को 'मैं वैज्ञानिक बनूंगा' की थीम पर विज्ञान से जुड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा. हफ्ते में पांचवें शनिवार हो तो उस दिन 'बाल सभा मेरे अपनों के साथ परिवार और परिजनों के साथ' व्यवहार और समय व्यतीत करने जैसी प्रतियोगिताओं के आयोजन होंगे.
कक्षा के नाम भी बदले
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तेज कंवर ने बताया कि नो बैग डे के दिन कक्षा समूह के नाम भी बदले गए है. जिसमें पहली-दूसरी के बच्चों के समूह को अंकुर नाम दिया गया है. तीसरी से पांचवी तक के विद्यार्थियों का समूह प्रवेश कहलाएगा. छठी से आठवीं तक विद्यार्थीयों के समूह को दिशा नाम से दिया गया है तो 9 वीं तथा 10 वीं के बच्चों का समूह क्षितिज कहलाएगा. ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों का समूह उन्नति के नाम से पहचाना जाएगा.
मनाई जाएंगी उत्सव और जयंती
शिक्षा अधिकारी ने कहा कि निर्धारित गतिविधियों के अलावा संबंधित सप्ताह में आने वाले उत्सव और जयंतियां शनिवार को ही मनाई जाएंगी. यानी विभाग की मानें तो सोमवार से रविवार तक आने वाले उत्सव और जयंती उस दिन नहीं मनाकर केवल शनिवार को ही मनाई जाएगी. सोमवार से शुक्रवार तक केवल शिक्षण गतिविधि ही होगी. जबकि शनिवार को सभी तरह की शैक्षिक गतिविधियों के आयोजन नहीं होगा.
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