Rajasthan News: राजस्थान में अब दूसरे राज्यों के मरीजों को नहीं मिलेगा फ्री इलाज, बस इस मामले में मिलेगी छूट
राजस्थान के मरीजों के लिए भी इलाज के लिए जनआधार की अनिवार्यता कर दी है. बिना जनआधार के राजस्थान के मरीजों का भी इलाज नहीं हो पाएगा
Rajasthan News: राजस्थान के सभी सरकारी अस्पतालों में दूसरे राज्यों के मरीजों को अब से फ्री इलाज की सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई है. राज्य सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों को निर्देश जारी कर 7 सितंबर से केवल प्रदेशवासियों को ही मुफ्त इलाज देने और बाहरी मरीजों को जांच से लेकर दवा तक के लिए शुल्क लेने को कहा है. हालांकि एक्सीडेंट व अन्य आपदा में अच्छे लोगों को फ्री इलाज मुहैया करवाया जाएगा.
राज्य सरकार के निर्देश पर सभी मेडिकल कॉलेजों में अलग से कैश काउंटर स्थापित कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में करीब 40 फीसदी ऐसे मरीज अस्पताल में आते हैं जो पड़ोसी राज्यों के होते हैं उनकी लगातार संख्या बढ़ रही है. अब ऐसे सभी मरीजों को पर्ची से लेकर दवाइयां व जांचों का शुल्क देना होगा. मेडिकल कॉलेज व अन्य सरकारी अस्पतालों में लगने वाले ओपीडी शुल्क के दस रुपए से लेकर आइपीडी में भर्ती मरीजों को सभी दवाइयां और जांचें का शुल्क देना होगा. हालांकि राजस्थान के मरीजों को इस मुफ्त सुविधा का लाभ मिलता रहेगा.
जनआधार की अनिवार्यता
राजस्थान के मरीजों के लिए भी इलाज के लिए जनआधार की अनिवार्यता कर दी है. बिना जनआधार के राजस्थान के मरीजों का भी इलाज नहीं हो पाएगा. जन आधार कार्ड चिरंजीव योजना में लाभ लेने के लिए उपयोग में लिया जाता है. जबकि सामान्य ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए अब हर मरीजों को आधार कार्ड की कॉपी दिखानी होगी तब जाकर इन्होंने निशुल्क टिकट वा इलाज मिल पाएगा.
इन्हें मिलेगा फ्री इलाज
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक संजय पोरवाल ने बताया कि अस्पताल में आने वाले एक्सीडेंट, ट्रोमा व लावारिस व्यक्ति को राज्य सरकार ने राहत दी है. इस श्रेणी के मरीज आते ही उनका इलाज किया जाएगा. ऐसे लोगों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा. राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे मरीजों से किसी प्रकार की फॉर्मेलिटी नहीं करवा कर सीधा उसका तुरंत इलाज हो ताकि किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हो. उन्होंने ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में राज्य सरकार के निर्देशानुसार 7 सितंबर से बाहरी राज्य के मरीजों से हर तरह की जांच व इलाज का शुल्क लेने के निर्देश आए है. चार्जेज चिरंजीवी योजना के बराबर लिए जाएंगे.
इस योजना के बराबर लगेंगे रुपए
7 सितम्बर यानी आज से राज्य के बाहर के गुजरात, एमपी, यूपी सहित कई राज्यों के मरीजों को हर तरह के इलाज का पैसा देना होगा. ओपीडी में भर्ती मरीज को जांच, ऑपरेशन, डे-केयर, बेड चार्जेज सहित सभी प्रकार के शुल्क देंगे होंगे. निर्देश के अनुसार यह सभी शुल्क चिरंजीवी योजना में लगने वाले पैकेज के समान देना होंगे. मेडिकल कॉलेज में मरीज को एक दिन के कम से कम 850 रुपए बेड चार्जेज देना होगा जबकि आईसीयू के करीब 1800 रुपए एक दिन के देने होंगे.
राजस्थानियों को मिलेगी फ्री सुविधा
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक संजय पोरवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने आदेश में कहा है की ऑपरेशन किस तरह का है ओर कितना बड़ा है उसके हिसाब से पैसे देने होंगे. उन्होंने ने कहा कि प्रदेश में मरीजों को अभी पीपीपी मोड पर संचालित सीटी स्कैन, एमआरआई और डायलिसिस सहित कई सुविधाएं भी रोगियों को फ्री उपलब्ध करवाई जा रही थी जो अब शुल्क के साथ की जाएगी जबकि राजस्थानवासियों को सभी सुविधाएं फ्री मिलेंगी.
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