Rajasthan: कुंभलगढ़ जंगल की सफारी के लिए लाइन में लगने की झंझट खत्म, घर बैठे करा सकेंगे टिकट की बुकिंग
Rajasthan Tourism News: कुंभलगढ़ की जंगल सफारी करने आनेवालों को अब लाइन में लगने की झंझट खत्म हो गई है. वन विभाग ने घर बैठे टिकट बुक करने की सुविधा उपलब्ध करा दी है.
Rajasthan News: राजसमन्द में कुंभलगढ़ जंगल की सफारी के (Kumbhalgarh Jungle Safari) लिए घर बैठे पर्यटक टिकट बुक करा सकते हैं. कुम्भलगढ़ रणथंभौर के बाद राजस्थान की दूसरी सबसे बड़ी जंगल सफारी है. जंगल को निहारने हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. कुंभलगढ़ आने पर पर्यटकों को इंतजार करना पड़ता है. कई पर्यटकों का नंबर भी नहीं आ पाता है. लाइन में लगने की परेशानी खत्म से बचाने के लिए वन विभाग ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग की शुरुआत की है. अब घर बैठे पर्यटक वन विभाग की तरफ से दी जा रही सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
पर्यटकों को नहीं लाइन में लगना होगा
कुंभलगढ़ घूमने आने वाले पर्यटक फोन से बुकिंग कर पाएंगे. उप वन संरक्षक ए एन गुप्ता ने बताया कि पर्यटकों की सुविधा के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है. अब कहीं भी बैठे आप अपने तय दिन और समय अनुसार सफारी के लिए ऑनलाइन बुक कर पाएंगे. पर्यटकों को सफारी करवाने वाली जिप्सी का चार्ज 2500 रुपए रहता है. 2500 पर 5 फीसद जीएसटी चार्ज लगेगा. गाइड की 350 रेट पर 18 फीसद जीएसटी के अलावा सर्विस चार्ज 5 रुपए प्रति व्यक्ति और सुविधा चार्ज 32 रु प्रति व्यक्ति अतिरिक्त रहेगा. सफारी में पहले 6 सदस्यों के 3725 रु लगते थे, अब 4076 रुपए लगेंगे. टिकट की ऑनलाइन बुकिंग के लिए वन विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा.
2.30 घंटे की होती है जंगल की सफारी
कुंभलगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य (Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary) करीब 10 हजार हैक्टेयर में फैला हुआ है. चौती पगडंडियों पर 22 किलोमीटर की जंगल सफारी होती है. अभ्यारण्य में पैंथर, भालू सहित कई वन्यजीव देखने को मिलते हैं. पर्यटक दिन में दो बार सफारी कर सकते हैं. सुबह 6.30 से 9.30 बजे और शाम को 2.30 से 4.30 बजे तक प्रवेश होता है. सफारी में 2.30 घंटे का समय लगता है. एक बार में 6 लोग बैठ सकते हैं. 50 से ज्यादा जिप्सियां जंगल की सफारी कराती हैं. कुंभलगढ़ में टाइगर रिजर्व भी प्रस्तावित है.
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