उदयपुर: संभाग में वन्यजीवों द्वारा हमले की घटना आम बात है.यहां जंगल एरिया में लोगों पर वन्यजीव,खासकर पैंथर के काफी हमले होते हैं, लेकिन बांसवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी घटना हुई है.यहां गांव के पास खेत पर पैंथर ने एक पिता-पुत्र पर हमला कर दिया. इससे गुस्साएं ग्रामीणों ने पैंथर की इतना बुरा मारा की उसकी मौत ही हो गई.जबकि पैंथर भूखा था और उसके पैर में पहले से ही फ्रैक्चर था.वह आसान शिकार की तलाश में घूम रहा था.फिलहाल वन विभाग ने वन्यजीव एक्ट के तहत वन्यजीव की हत्या का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया है. वन विभाग इस मामले की जांच कर रहा है.
इस गांव की है घटना
यह घटना बांसवाड़ा जिले के अंबापुरा क्षेत्र के धावड़ा जंगल जे पास नया खेड़ा गांव की घटना है.रेंजर गोविंद सिंह खिंची ने बताया कि गांव के पास एक खेत में एक पैंथर की लोगों ने लाठियों से हमला कर हत्या कर दी.जब पूछताछ की तो सामने आया कि ईश्वर नामक व्यक्ति के खेत में पैंथर बैठा था.वहां से गांव के ही केजु और उसका बेटा दिलीप गुजर रहे थे.इस दौरान पैंथर ने अचानक उनपर हमला कर दिया.इससे वह घायल हो गए.खुद को बचाकर वह चिल्लाते हुए भागे.लोगों ने आवाज सुनी और खेत के आस पास पत्थर और लाठी लेकर एकत्र हो गए.जैसे ही उन्हें पैंथर दिखा उसपर हमला बोल दिया.इस हमले में पैंथर के सिर और आंख पर गंभीर चोटें आईं.इससे उसकी मौत हो गई.फिर डॉक्टर की टीम ने पैंथर के शव का पोस्टमार्टम किया.
पेट खाली और पैर की हड्डी टूटी
डॉक्टर की टीम ने जब पैंथर का पोस्टमार्टम किया तो सामने आया कि उसका पेट खाली था यानी कि वह काफी भूखा था.उसके एक पैर की हड्डी टूटी हुई थी.इसी कारण वह शिकार नहीं कर पा रहा होगा.जंगल मे शिकार नहीं मिलने पर घूमते हुए जंगल के पास गांव के खेतों में पहुंचा.जब उस पर हमला हुआ तब भी वह भाग नहीं पा रहा था क्योंकि पैर से चल नहीं पा रहा था.वन्यजीव एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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