कोटा: यहां एक तरफ जहां कोचिंग स्टूडेंट का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से संवाद हुआ,वहीं दूसरी ओर धार्मिक नगरी के रूप में सांसद और भोजपुरी कलालारों ने समा बांधा. तेज सर्दी के बाद भी देर रात तक कोचिंग स्टूडेंट और भोजपपुरी,बिहारी समाज के लोगों के साथ आमजन भी डटे रहे.भोजपुरी अभिनेताओं की जोड़ी और सांसद मनोत तिवारी और दिनेश यादव निरहुआ ने रंग जमा दिया.दोनों ने एक स्वर में भजनों की सरिता बहाते हुए वहां उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया.
आदत बुरी सुधार लो, बस हो गया भजन...
मंच पर एक साथ आए तिवारी और निरहुआ ने 'मुझे राह दिखा देना...' से शुरूआत करते हुए श्रद्धालुओं को स्वयं को भगवान को समर्पित कर देने का संदेश दिया. उनकी बताई राह पर चलने का आव्हान किया.प्रभु श्रीराम और माता सीता की आराधना में उन्होंने बहुत ही जोश और ऊर्जा से जब 'लाखों बेड़ा पार किया पहुंचाया हरिधाम...सीताराम-सीताराम' सुनकर वहां मौजूद एक-एक व्यक्ति प्रभु पूजा की उमंग में रंग गया.हम राम के वंशज हैं,कान्हा के पुजारी हैं,सीताजी के भाई हैं,मां के दरबारी हैं..., मुझ पर कृपा बनाए रखना सांवरिया..., आदत बुरी सुधार लो, बस हो गया भजन.. जैसे भजनों से देर रात तक दोनों ने श्रद्धालुओं को बांधे रखा.
भोजपुरी गीतों ने देर रात तक बांधा समा
कार्यक्रम के दौरान सांसद और अभिनेता मनोज तिवारी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर लिखी अपनी रचना को लयबद्ध कर सुनाया.कार्यक्रम के दौरान मनोज तिवारी और निरहुआ ने भोजपुरी गीतों का भी तड़का लगाया. उनके प्रसिद्ध और लोकप्रिय भोजपुरी गीतों को सुन वहां मौजूद एक-एक व्यक्ति नाचने लगा,देर रात तक कभी सांसद तो कभी भोजपुरी कलाकारों की सरगम ने सर्दी के मौसम में नाचते हुए गर्मी का अहसास करा दिया.
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