Rajasthan News: राजस्थान के सिरोही जिले के आबूरोड़ सदर थाना क्षेत्र से एक नाबालिग बालिका गत 15 नवंबर से घर से लापता है. बालिका के पिता जिला कलेक्टर कार्यालय से लेकर पुलिस थाने के चक्कर काटने को मजबूर हैं. एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी नाबालिग का पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. नाबालिग के पिता सिरोही कलेक्टर से भी गुहार लगा चुके हैं.  


नमकीन लाने की बोलकर घर से निकली थी नाबालिग
नाबालिग के पिता मजदूरी करके परिवार का पेट पालते हैं. उनका कहना है कि मेरी बेटी नमकीन लाने की कहकर 15 नवंबर को घर से निकली थी, जो अभीतक घर नहीं पहुंची. पुलिस मेरी बेटी को ढूढ़ने में कोई मदद नहीं कर रहीं. मैं गरीब मजदूर आदमी हूं बहुत परेशान हूं. सिरोही कलेक्टर ऑफिस भी जाकर आया फिर भी मेरी कोई सुनवाई नहीं हों रहीं. थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी है उसके बावजूद भी अभीतक मुझे पुलिस द्वारा कोई सहयोग नहीं मिल रहा. मैं अपना काम धंधा छोड़कर मदद के लिए सिरोही थाने के चक्कर काट रहा हूं.


मामले पर क्या कहती है पुलिस?
पूरे मामले पर आबूरोड़ सदर थानाधिकारी सदर राजीव भांदू का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज करके जांच की जा रही है. अभी तक बालिका नहीं मिली है. पुलिस द्वारा लगातार उसे खोजने का प्रयास किया जा रहा है, जल्द ही नाबालिग को खोज लिया जाएगा.


बालिका सुरक्षा को लेकर आबूरोड़ सदर पुलिस कितनी गंभीर है, इसका प्रमाण सबके सामने है. एक सप्ताह से ज्यादा दिन से एक नाबालिग लड़की गायब है और पुलिस उसको ढूढ़ने में अभीतक सफल नहीं हों पाई, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर पुलिस कितनी गंभीर है, जिस परिवार से लड़की गायब है वो परिवार दर-दर की ठोकरे खा रहा है. पीड़ित पिता आखिर अपनी वेदना किसको सुनाएं या कोई उसके दुख दर्द को समझने वाला नहीं, पुलिस की तरफ से उसे लगातार आश्वासन दिया जा रहा है. जिससे सिस्टम पर कई तल्ख सवाल खड़े हो रहे हैं. जबकि देश व प्रदेश की सरकारों द्वारा बालिका सुरक्षा को लेकर कई प्रकार के दावे किए जाते हैं.



सिरोही, आबूरोड से तुषार पुरोहित की रिपोर्ट 


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