Banswara News: उदयपुर में 28 जून को हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों पर निगरानी के लिए नए प्रयास कर रही है. हत्याकांड के बाद यह भी मुद्दा उठा था कि कोई भी कहीं से आकर शहर में बस जाए तो भी पुलिस के पास डेटा नहीं रहता है. इसी को लेकर बांसवाड़ा पुलिस ने एक पहल की है. यहां पुलिस ने पुलिस वेरिफिकेशन ऐप तैयार किया है, जिसमें कोई भी बाहरी व्यक्ति शहर में आएगा तो उसका ऑनलाइन रिकॉर्ड पुलिस के पास रहेगा. बांसवाड़ा एसपी राजेश कुमार मीना ने ऐप लॉन्च कर दिया है.


घर-घर जाएंगे बीट कांस्टेबल
एसपी राजेश मीना ने बताया कि इस ऐप के जरिए किराएदार, चौकीदार सहित बाहर से आए हुई किसी भी व्यक्ति जो कहीं काम कर रहा है, उसकी जानकारी इस ऐप में रहेगी. जिसमें उसका आधार कार्ड, नाम, पता, कहां काम करता है सहित अन्य पूरी प्रोफाइल बनेगी. इसके लिए हर थाने के कांस्टेबल अपनी-अपनी बीट में स्थित घरों और जाएंगे और ऐसे लोगों की प्रोफाइल बनाएंगे. यहीं नहीं उनका फोटो भी ऐप में लिया जाएगा. साथ ही कुछ संदिग्ध लगने पर जहां उसका घर है उस पुलिस थाने से वेरिफाई भी कराया जाएगा. इससे आपराधिक किस्म के व्यक्तियों की जानकारी मिल जाएगी. जल्द ही जिले का डेटा तैयार हो जाएगा.


कन्हैयालाल हत्यारोपी भी थे किराएदार
बता दें कि कन्हैयालाल हत्या के आरोपी रियाज अत्तारी और गोस मोहम्मद भी उदयपुर के खांजीपीर एरिया में किराए पर ही रह रहे थे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. क्योंकि पुलिस की तरफ से वेरिफिकेशन नहीं किया गया था और ना किया जाता है. इसी कारण से पुलिस को आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती.


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