Rajasthan News: राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) 4 जनवरी बुधवार को निंबली ब्राह्मणान (रोहट, पाली) में आयोजित हो रहे स्काउट की जंबूरी के आयोजन में शामिल होगी. राजस्थान में स्काउट का सबसे बड़ा आयोजन आज 4 जनवरी से होने जा रहा है. यह कार्यक्रम 10 जनवरी तक जारी रहेगा. नए साल में राजस्थान को 66 साल बाद स्काउट गाइड के सबसे बड़े इवेंट जंबूरी की मेजबानी मिली हैं. जोधपुर 40 किलोमीटर दूर नीमली गांव में इसका आयोजन किया जा रहा है. देशभर के 35 हजार स्काउट गाइड इस आयोजन में शामिल होंगे.
निंबली गांव में राजस्थान स्काउट गाइड राज्य सरकार के अधीन होने वाली जंबूरी के लिए 15 आईएएस अधिकारियों की टीम मॉनिटरिंग कर रही है. निंबली में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम सा एरिया मैदान बनाया गया है. इसे लकड़ियों व बलियों से तैयार किया गया है. इसकी क्षमता करीब 35000 बच्चों की है. जबकि एसएसएस स्टेडियम में 30 हजार लोग बैठ सकते हैं. इस गांव को पाली के आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया है. यहां गेट स्काउट गाइड बना रहे हैं. यह विशालकाय स्टेडियम करीब 1400x1000 एरिया में बनाया गया है. यहां देशभर के स्काउट गाइड पहुंचे हैं. उनके रहने के लिए टेंट हाउस के अलावा अस्थाई हॉस्पिटल, कॉन्फ्रेंस हॉल, हेलीपैड भी बनाए गए हैं. यहां तक पहुंचने के लिए डामर की सड़क के साथ पानी बिजली की भी व्यवस्था की गई है. जंबूरी क्षेत्र में 100x100 टेंट के कुल 35 ब्लॉक तैयार किए गए हैं.
वाटर एक्टिविटी के साथ होगा एडवेंचर
कुल 3500 टेंट तैयार किए गए हैं. हर ब्लॉक के साथ एक किचन रहेगा. यहां शिविरार्थियों के लिए खाने-पीने आदि की व्यवस्था रहेगी. प्रत्येक टेंट के लिए 30x40 वर्ग फीट और बाकी जमीन पर शिविरार्थियों के शू स्टैंड, सामान रखने, बर्तन धोने, कपड़े रखने का स्थान, किचन आदि तैयार किए गए हैं. एक टेंट में 9 शिविरार्थी और एक प्रभारी ठहरेंगे. जंबूरी में देश के हर राज्य से जुड़े स्काउट गाइड अपने कल्चर को प्रदर्शित करेंगे. यहां एक मॉडल टेंट भी तैयार किया गया है, जिसमें संबंधित राज्य के कल्चर से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है. यहां फूड कंपटीशन भी होगा. पहली बार यहां वाटर एक्टिविटी के साथ एडवेंचर एक्टिविटी में राफ्टिंग, स्काई साइकिलिंग, पैराग्लाइडिंग एक्टिविटी होगी. नेशनल जंबूरी में पहला मौका होगा जब सेना के जवान की भी भागीदारी में रहेगी. इसमें इंडियन एयर फोर्स के सूर्य किरण टीम विमान करतब दिखाएंगे. इसके साथ बीएसएफ के जवानों द्वारा ऊंटों पर टैटू शो किया जाएगा.
जंबूरी गीत से बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड
स्काउट जंबूरी के लिए एक गांव की तर्ज पर बने इस आयोजन स्थल में सबसे खास यहां दो बाजार हैं जहां पर 80 दुकानें हैं. इन दुकानों पर शिविरार्थियों के लिए सब्जियों, प्रोविजनल सामग्री, हेयर सैलून, स्टेशनरी, मोबाइल, दूध, गर्म कपड़े, राजस्थानी ड्रेसेस, खादी, हैंडीक्राफ्ट, मिट्टी के बर्तन, आर्टिफिशियल ज्वेलरी आदि दुकानें लगाई गई है. इसके अलावा 7 रेस्टोरेंट भी बनाए गए हैं. रेलवे रिजर्वेशन काउंटर और एटीएम और बैंक की भी सुविधा की गई है. कार्यक्रम में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए एक साथ 35000 बच्चे जंबूरी गीत गाएंगे. 18वीं नेशनल जंबूरी को लेकर एक गीत बनाया गया है. इस गीत के प्रोमो को कुछ दिनों पहले सीएम अशोक गहलोत ने लांच किया था. कार्यक्रम के दौरान 1 दिन 35,000 बच्चे एक साथ यह गीत गाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे. इतना ही नहीं अब तक की हुई जंबूरी में 22000 कैंडिडेट आए थे, लेकिन इस बार पाली में होने वाली जंबूरी अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगी. खास बात यह भी रहेगी कि इसमें स्थानीय लोगों को भी जाने का मौका मिलेगा. इसके लिए विजिटर पास बनाए जाएंगे.
क्यों है खास?
- 35000 स्काउट गाइड के लिए 220 हेक्टर जमीन पर पूरा स्काउट गांव बसाया गया है.
- इस गांव के गेट भी खास हैं. इसमें अलग-अलग देश और प्रदेश के सभी 28 राज्यों और राजस्थान के 33 जिलों के नाम लिखे हुए हैं.
- 3500 टेंट वाले इस गांव में अस्थाई अस्पताल और कॉन्फ्रेंस रूम बनाए गए हैं.
- स्काउट के आयोजन के इस वेल के लिए इसलिए खास है कि इस दौरान बहुत कुछ होगा जो इससे पहले किसी भी जंबूरी में नहीं हुआ.
- इसमें स्काइसाइकिल इन पैराग्लाइडिंग करेंगे इंडियन एयर फोर्स की सूर्य किरण विमान करतब दिखाएगी.
- राजस्थान को दूसरी बार जंबूरी की मेजबानी का मौका मिला है. इससे पहले 1956 में जयपुर में इसका आयोजन हुआ था, जिसके बाद गांधीनगर बसा था.
- यह 18वीं नेशनल जंबूरी होगी.