Jodhpur Cylinder Blast: शादी में सिलेंडर विस्फोट के पीड़ितों की मदद के लिए धरना जारी, CM गहलोत पर लगाए ये आरोप
Rajasthan News: पीड़ित परिवारों को विशेष आर्थिक सहायता पैकेज दिलाने की मांग को लेकर जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर राजपूत समाज सहित 36 कौम के लोग 4 दिनों से धरना दे रहे हैं.
Jodhpur News: जोधपुर (Jodhpur) के महात्मा गांधी अस्पताल (Mahatma Gandhi Hospital) की मोर्चरी के बाहर 36 कौम के लोगों के धरना रविवार को चौथे दिन भी जारी है. ये लोग जोधपुर के शेरगढ़ के भूंगरा गांव में एक शादी समारोह में हुए एक सिलेंडर ब्लास्ट हादसे (cylinder blast case) के मृतकों को विशेष आर्थिक सहायता पैकेज दिलाने की मांग कर रहे हैं. रविवार को इस धरने में जोधपुर सहित आसपास के कई जिलों से बड़ी संख्या में युवा व ग्रामीण पहुंचे. सभी की एक ही मांग है कि इस हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों को 50 लाख रुपए और घायलों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाए.
दी आंदोलन उग्र करने की चेतावनी
मोर्चरी के बाहर खड़े होकर लोगों ने हाथ में काले झंडे लेकर सरकार का विरोध जताया और सरकार के विरोध में नारे भी लगाए. वहीं पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों का ये गृह नगर है और वे लोग अपने परिवार के लोगों से मिलने भी नहीं आए. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के लिए जो सहायता राशि की मांग हो रही है उस मांग को पूरा किया जाए वर्ना आंदोलन उग्र हो जाएगा.
भेड़-बकरी मरती है तो मंत्री हेलीकॉप्टर लेकर पहुंच जाते हैं
वहीं करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना ने धरना स्थल पर पहुंचकर राज्य सरकार व केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यहां कोई भेड़ बकरी नहीं मरी है, जहां पर भेड़ बकरी मरती है वहां पर आप के मंत्री हेलीकॉप्टर लेकर पहुंच जाते हैं. इतना बड़ा समाज है हमारा और हमारे समाज के जो नेता हैं उनकी भी बात नहीं मानी जा रही है. इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में पार्टियों को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मिलकर जश्न मना रहे हैं.
अब तक 35 लोगों ने तोड़ा दम
बता दें कि 8 दिसंबर को भूंगरा गांव में हुए एक शादी समारोह में हुए एक गैस सिलेंडर ब्लास्ट में 60 से अधिक लोग झुलस गए थे. 54 लोगों को तुरंत जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया. उपचार के दौरान अब तक करीब 35 लोगों की मौत हो चुकी है. पीड़ित परिवारों के लिए राज्य सरकार की ओर से चिरंजीवी योजना के तहत 5 लाख व मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2 लाख की सहायता की घोषणा की गई है. लेकिन समाज के लोग और पीड़ित परिवार इस मुआवजे को कम मान रहा है. परिवार मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. धरनास्थल पर बीजेपी की वरिष्ठ विधायक सूर्यकांता व्यास, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़, विधायक मीना कंवर, करणी सेना के संयोजक सहित समाज के कई वरिष्ठ लोग मौजूद हैं.
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