Rajsamand R K Hospital: केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में कायाकल्प योजना के तहत राजस्थान (Rajasthan) के राजसमंद (Rajsamand) जिले के आर के हॉस्पिटल (R K Hospital) को नंबर वन का खिताब दिया है. यह अस्पताल दूसरी बार प्रदेश में अव्वल आया है. अब हॉस्पिटल को प्रशस्ति पत्र और नकद राशि दी जाएगी, जिससे हॉस्पिटल में मरीजों की सुविधाओं को लिए विकास के काम हो पाएंगे. आर के राजकीय हॉस्पिटल ने 700 मानकों पर खड़ा उतरते हुए 98.18 प्रतिशत अंक प्राप्त किए.

 

राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार के तौर पर 50 लाख रुपये की राशि मिलेगी. इससे पहले आर के अस्पताल को 2015 में पहली बार कायाकल्प के तहत चुना गया था. 2015 में भी 50 लाख का चेक मिला था. वहीं आर के अस्पताल को इसी माह दूसरी बार नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेट के लिए चयन हुआ है. प्रदेश में आरके अस्पताल पहला ऐसा अस्पताल है, जिसको दूसरी बार यह सर्टिफिकेट मिलेगा. इससे पूर्व 2017 में आर के अस्पताल का सर्टिफिकेट के लिए चयन हुआ था.

 

अस्पताल में हुए हैं कई बदलाव

 

पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि जनवरी माह में कायाकल्प टीम ने आर के अस्पताल का 700 मानकों पर सर्वे किया था, जिसमें मरीज का रिस्पॉन्स, उपचार, भवन, व्यवस्था आदि मानक थे. सर्वे पर आर के अस्पताल को 98.18 अंक मिले. ऐसे में आर के अस्पताल प्रदेश में अव्वल रहा है. यह सूची राजस्थान सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राजस्थान चिकित्सा और परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी की गई. साल 2015 में कायाकल्प योजना में 50 लाख की राशि मिलने के बाद अस्पताल में कई सारे बदलाव भी हुए हैं.

 

सबसे बड़ा बदलाव 125 केवी का डीजी सेट खरीदा गया, जो अस्पताल में बिजली जाने के 15 सेकंड बाद ऑटोमेटिक शुरू हो जाता है. वहीं बिजली आने के बाद बंद हो जाता है. इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों को काफी राहत मिली है. वहीं इस राशि से अस्पताल परिसर में जहां पहले महिला प्रसूति में ही हर दिन कलरफुल बेडशीट बदली जाती थी, अब कायाकल्प योजना की राशि से पांच लाख की लागत से अलग-अलग रंग की 700 बेडशीट खरीदी गई, जो हर बेड में बदली जाएगी, जिससे मरीजों को संक्रमण से बचाने में सहायक होगा.

 

दूसरे नंबर पर रहा ये अस्पताल

 

दूसरी तरफ झुंझुनू जिले का बी डी के अस्पताल 96.75 प्रतिशत अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहा और तीसरे स्थान पर 91.33 प्रतिशत अंक के साथ सीकर जिले का एस के अस्पताल रहा. इस लिस्ट में चौथे नंबर पर 83.35 प्रतिशत के साथ अजमेर का ए के अस्पताल और चित्तौड़गढ़ अस्पताल 80.71 प्रतिशत के साथ पांचवें नंबर पर रहा.

 

ये भी पढ़ें-