Rajasthan News: देशभर में रबी की फसलों की संभवता बुवाई पूरी हो चुकी है. ऐसे में अब किसान फसलों की निगरानी और देखरेख में जुट गए हैं. कड़ाके की ठंड के बीच फसलों को प्राकृतिक नुकसान से बचाने की जरूरत है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू की गई केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) फसलों के लिए कवच साबित हो रही है. इसी के तहत आप अपनी फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की पॉलिसी लेकर सुरक्षित कर सकते हैं. दरअसल, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसलों को प्राकृतिक रूप से कोई नुकसान होता है तो सरकार किसानों को मुआवजा देती है.


रबी की फसल के लिए किसान महीनों से कड़ाके की ठंड के बीच मेहनत कर रहे हैं और प्राकृतिक आपदा जैस- बारिश, बाढ़, ओलावृष्टि, तूफान आदि से फसल खराब हो जाती है. ऐसे में इस तरह से किसानों को नुकसान की भरपाई करने के लिए केंद्र सरकार की फसल बीमा सुरक्षा योजना है, जिसके तहत बीमा करवाने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है. साथ ही किसान सीएससी (CSC) पर जाकर बीमा करवा सकते हैं. वहीं बीमा के संबंध में कोई भी जानकारी के लिए किसान फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं या केंद्र सरकार के टोल फ्री नंबर 18001801551 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.


इन फसलों पर मिलता हैं बीमा
रबी सीजन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जोधपुर जिले में सात फसलें अधिसूचित है. इसमें जीरा, चना, इसबगोल, मेथी, सरसों, गेहूं, तारामीरा शामिल है. वहीं मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत तीन फसलें अधिसूचित है. इसमें बैंगन, प्याज व लहसुन की फसलें अधिसूचित है.


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हेतु जिले में फ्यूचर जेनरली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी और मौसम आधारित फसल बीमा हेतु एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी अधिकृत है. रबी सीजन में बागवानी व औषधीय फसलों के लिए पांच प्रतिशत व अन्य फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत बीमा प्रीमियम किसानों को चुकाना होता है. इसमें जीरा, इसबगोल, बैंगन, प्याज, लहसुन के लिए पांच प्रतिशत, मेथी के लिए 4.5 प्रतिशत व अन्य फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम किसानों से लिया जाएगा. शेष प्रीमियम का 50:50 के अनुपात में केंद्र व राज्य सरकार भुगतान करती है.


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत अधिसूचित फसलें 


फसल       जोखिम    कृषक प्रीमियम
जीरा          91756       4587.80
चना           54062         810.93
ईसबगोल    54525       2726.25
मेथी           51529       2453.80
सरसों         53863         807.95
गेहूं            43831          657.46
तारामीरा     31464         471.96


मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत अधिसूचित फसलें


बैंगन          73700        3685.00       
लहसुन       60000        3000.00
प्याज         65000        3250.00


फसल बीमा क्लेम हेतु निर्धारित मापदंड 
15 अप्रैल से 15 मई के मध्य एक दिन में निर्धारित मौसम केंद्रों पर 5 मिमी से 20 मिमी बरसात होने पर 413.33 रुपये प्रति मिमी और 20 मिमी से 25 मिमी तक बरसात होने पर 4960 प्रति मिमी क्लेम निर्धारित किया जाएगा. वहीं 15 फरवरी से 15 मार्च के मध्य 30 डिग्री से ज्यादा तापमान होने पर प्रति दिन के आधार पर क्लेम देय होगा.  वहीं लहसुन पर 15 फरवरी से 31 मार्च के मध्य 20 मिमी से 50 मिमी की बरसात होने व 15 दिसंबर से 15 फरवरी के मध्य तापमान 30 डिग्री से ज्यादा होने पर क्लेम देय होगा.


बैंगन पर 1 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य 20 से 40 मिमी बरसात होने व 16 दिसंबर से 31 जनवरी के मध्य तापमान 6 डिग्री से कम होने पर क्लेम देय होगा. इसके सात ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल कटाई प्रयोगों व खड़ी फसलों में आपदा से नुकसान होने पर व्यक्तिगत आंकलन के आधार पर फसल बीमा क्लेम देय होगा.


कैसे करें आवेदन
भारतीय किसान संघ प्रदेश मंत्री तुलछाराम सिंवर ने बताया कि रबी सीजन के लिए ऋणी व बटाईदार किसानों के लिए फसल बीमा लेने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है. ऐसे किसान सीएससी केंद्र से निर्धारित दस्तवेजों के साथ कृषक हिस्सा प्रीमियम जमा करवाकर फसल बीमा ले सकते हैं. जिन ऋणी किसानों ने 24 दिसंबर से पूर्व फसल बीमा से बाहर होने का विकल्प नहीं चुना है उनका फसल बीमा खुद ही हो जायेगा. जिन किसानों ने फसल बीमा से बाहर होने का विकल्प चुना है वो किसान भी 31 दिसंबर तक सीएससी सेंटर से बीमा ले सकेंगे.




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