Ajmer News: नौकरी दिलाने के नाम पर फ्रॉड करने वाले रैकेट का पर्दाफाश, पुलिस ने दो आरोपियों को धरा
एसपी अजमेर चुना राम जाट ने कहा कि उन्होंने एक टीम तैयार कि जिसने सबूत इकट्ठे किए. जांच में पाया गया कि यह कंपनी गुजरात, यूपी और राजस्थान के सैकड़ों युवाओं को ठग चुका है.
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Rajasthan: अजमेर में पुलिस ने मंगलवार को फर्जी नौकरी दिलाने वाली कंपनी के रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस रैकेट में एक महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. आरोपी ने कथित तौर पर प्रशिक्षण, ड्रेस कोड, आईडी आदि के नाम पर उम्मीदवारों से चार्ज लेता था और बैंकों और निजी कंपनियों में नौकरी देने का वादा करता था.
कंपनी निजी कंपनियों और निजी बैंकों में नौकरी दे रही है.
कोतवाली थाने के अनुसार कोटा निवासी समीर अहमद (23) ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उसने अपनी शिकायत में बताया कि वह आईटीआई प्रशिक्षित इलेक्ट्रीशियन है और नौकरी की तलाश में था. तीन महीने पहले उसके पास एक मोबाइल कॉल आया कि एक कंपनी निजी कंपनियों और निजी बैंकों में नौकरी दे रही है. उसने कंपनी को अपना रिज्यूम और दस्तावेज ऑनलाइन भेजा. इसके साथ ही कंपनी ने ड्रेस कोड के लिए 1,850 रुपये लिए और उसे जयपुर के झोटवाड़ा में एक प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए कहा था.
कोटा में सोलर प्लांट में नौकरी दिलाने का वादा
शिकायतकर्ता जब जयपुर पहुंचा तो उसकी मुलाकात कंपनी के निदेशक अब्दुल युसूफ खान से हुई जिसने पुलिस सत्यापन के लिए 500 रुपये वसूले. उसके बाद उससे अजमेर के कलाबाग में अपने कंपनी कार्यालय में 15 दिवसीय प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए कहा गया. कंपनी के निदेशक ने उसे कोटा में सोलर प्लांट में नौकरी दिलाने का वादा किया था.जब शिकायतकर्ता अजमेर पहुंचा तो उसकी मुलाकात हैदर अली से हुई जिसने प्रशिक्षण के लिए 3,000 रुपये और 500 रुपये लिए.
उसने 20 दिनों तक इंतजार करने के बाद भी उसे कोई भी नियुक्ति पत्र नहीं मिला. उसने फिर हैदर अली से संपर्क किया जिसने उससे ड्रेस कोड के लिए 2,550 रुपये और अतिरिक्त 5,100 रुपये जमा करने के लिए कहा था. इसके बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली.
दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया
एसपी अजमेर चुना राम जाट ने कहा कि उन्होंने एक टीम तैयार कि जिसने सबूत इकट्ठे किए. जांच में पाया गया कि यह कंपनी गुजरात, यूपी और राजस्थान के सैकड़ों युवाओं को ठग चुकी है. पुलिस ने पाली के जेतरान निवासी हैदर अली (24) और जयपुर निवासी शाहीन (22) को गिरफ्तार किया है. हालांकि मुख्य आरोपी अब्दुल युसूफ खान फरार है. पुलिस ने मंगलवार को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया और आगे की जांच के लिए हैदर को रिमांड पर लिया.
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