Rajasthan News: बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) राजस्थान फ्रंटियर को पश्चिमी मोर्चे पर हवाई ताकत मिल गई. बीएसएफ को एक हेलीकॉप्टर मिल गया है अब तक बीएसएफ एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर पर निर्भर रहती थी. बीएसएफ को खुद का हेलीकॉप्टर मिलने से राजस्थान से सटे सीमा पर ज्यादा से ज्यादा से निगरानी करने में आसानी होगी. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स राजस्थान फ्रंटियर को स्वदेशी हेलीकॉप्टर मिला है और अब जल्द ही एक और एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर भी मिलेगा.
राजस्थान के साथ गुजरात में भी होगा उपयोग
राजस्थान फ्रंटियर बीएसएफ को एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएचएल) ध्रुव मिला है. इस हेलीकॉप्टर को एंटी नक्सल ऑपरेशन एएनओ से जोधपुर शिफ्ट किया गया है. यह हेलीकॉप्टर वहां लगभग 2000 घंटे की उड़ान पूरी कर चुका है. यह हेलीकॉप्टर का उपयोग राजस्थान के साथ-साथ गुजरात के बॉर्डर क्षेत्रों लिए भी हो सकेगी. राजस्थान फ्रंटियर बीएसएफ को हेलीकॉप्टर देने के लिए लंबे समय से गृह मंत्रालय में कार्रवाई चल रही थी. जोधपुर पहुंचने पर हेलीकॉप्टर की वीडियो पूजा की गई. इस हेलीकॉप्टर के लिए मख्यालय में ही बड़ा हेलीपैड व बेस बनाया गया है.
डीजी भी करते हैं बॉर्डर का मुआइना
खुद का हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद बीएसएफ ऑपरेशन के लिए अक्षर चौक से एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती थी. इसके लिये गृह मंत्रालय सालाना 30 आवश्यक राजस्थान फ्रंटियर को रुपये आवंटित करती थी. रक्षा मंत्रालय के द्वारा दिया गया एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर आईजी के अलावा डीजी को बॉर्डर का मुआइना करवाता था. राजस्थान का इलाका बड़ा होने के कारण यहां ज्यादा फ्लाइंग आवास दिए जाते थे, जबकि पंजाब और गुजरात को उससे कम घंटे मिले थे.
11 साल बाद मिला हेलीकॉप्टर
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स राजस्थान फ्रंटियर के पास पहले कम क्षेत्रफल था. राजस्थान फ्रंटियर बीएसएफ का हेलीकॉप्टर मई 2011 में गांधी नगर से जोधपुर लौटते समय सिरोही जिले की पहाड़ियों में क्रैश हो गया था. इस हादसे में पायलट समेत चार लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद से लगातार हेलीकॉप्टर लेने के लिए प्रयास चल रहे थे लेकिन बीएसएफ की एयर विंग में ही नए चौपर की खरीद नहीं होने के कारण यह मामला अटका हुआ था. अब 11 साल बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में निर्मित एएलएच हेलीकॉप्टर राजस्थान फ्रंटियर बीएसएफ मिला है.