Rajasthan News: स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने किया अजीब दावा, कहा- तंबाकू का कैंसर से कोई संबंध नहीं, फिर पलटे
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने अपने एक बयान में दावा किया है कि, "तंबाकू के इस्तेमालस से कैंसर का कोई संबंध नहीं है." हालंकि उनके इन दावों के बाद कई लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है.
Rajasthan Health Minister Parsadi Lal Meena made strange Claim about Tobacco: राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने शुक्रवार को तंबाकू से संबंधित एक अजीब बयान दिया. उन्होंने अपने बयान में दावा किया कि, "तंबाकू का कैंसर से कोई संबंध नहीं है." बयान के बाद मामला तूल पकड़ते देख स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट करते हुए कहा कि, "वह सिगरेट के बजाय हुक्का में इस्तेमाल होने वाले तंबाकू की बात कर रहे थे."
परसादी लाल मीणा का यह बयान जयपुर में आयोजित विश्व कैंसर दिवस के कार्यक्रम से अलग आया था. उन्होंने अपने बयानों के पुष्ट करने के लिए गावं के ऐसे लोगों का उदहारण दिया, जो तंबाकू का सेवन करते हैं, लेकिन सौ साल तक जीवित रहते हैं. उनके इस विद्वादित बयान के बाद, कई कार्यकर्ताओं ने उनके इस्तीफे की मांग की है.
तंबाकू के संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का यह है कहना
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, तंबाकू से हृदय, सांस लेने से संबंधित बीमारियां, 20 से अधिक तरह के कैंसर के प्रकारों के अलावा, कई मानव स्वास्थ्य को कमजोर करने वाली बीमारियां होती हैं. हालांकि राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री तंबाकू को इन सबका जिम्मेदार नहीं मानते हैं.
परसादी लाल मीणा न अपने बयानों में यह कहा
स्वाथ्यमंत्री ने अपने विवादित में कहा “कैंसर का संबंध तंबाकू या बीड़ी से नहीं है, कैंसर किसी को भी हो सकता है." उन्होंने आगे कहा, “देखा है, मैं गांव में रहता हूं. ऐसे ऐसे लोग हैं जो दिन में बीस बार तो तंबाकू पीते हैं, खूब बीड़ी या सिगरेट पीनेते हैं, कभी कैंसर नहीं होता उनको. वह 80-100 साल तक जीवित रहते हैं."
उन्होंने आगे कहा: "और यहां तक कि जो लोग (तंबाकू) का इस्तेमाल नहीं करते हैं, उन्हें भी कैंसर होता है. अब शहरों में तंबाकू का सेवन कौन करता है? यहां तक कि शहरों में भी लोगों को यह (कैंसर) है. जो लोग बीड़ी नहीं पीते हैं, उन्हें भी कैंसर है. कैंसर का संबंध तंबाकू और बीड़ी से नहीं है. किसी को भी कैंसर हो सकता है. यह खाने की आदतों, पीने की आदतों और जीवनशैली से होता है."
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, विवाद बढ़ते देख मीना ने कहा “मेरा मतलब गांवों में पारंपरिक हुक्का में इस्तेमाल होने वाले तंबाकू से था, जिसका कई ग्रामीण इस्तेमाल करते हैं. फिर भी वह कई सालों तक जीवित रहते हैं और उन्हें कैंसर नहीं होता है. मैं सिगरेट या गुटखा की बात नहीं कर रहा हूं. कैंसर गुटखा से होता है." वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले एक एनजीओ जन स्वास्थ्य अभियान ने राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री के इन दावों की निंदा की है.
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