IPL Auction 2023: 'किट के पैसे नहीं मिले तो बन गया बॉलर', IPL में सिलेक्ट हुए सीकर के हिमांशु शर्मा के संघर्ष की कहानी
Himanshu Sharma: हिमांशु को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 20 लाख रुपए में खरीदा है. हिमांशु ने न कभी जिला खेला ना स्टेट, उनका चयन सीधे आईपीएल में हुआ है. वह विराट कोहली को अपना आदर्श मानते हैं.
IPL Auction 2023: राजस्थान के सीकर के रहने वाले क्रिकेटर हिमांशु शर्मा (Himanshu Sharma) बैट्समैन बनाना चाहते थे लेकिन बॉलर बन गए. इसके पीछे की बड़ी वजह है कि उन्हें किट का पैसा नहीं मिला लेकिन अब हिमांशु को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 सीजन के लिए 20 लाख में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने खरीद लिया है. एक तरफ जहां हिमांशु को अपना सपना सच हुआ लगा रहा है.
वहीं, उनके पिता का कहना है कि इस सफलता ने उनका मान बढ़ाया है. इस मौके पर एबीपी न्यूज ने हिमांशु शर्मा से बात की. हिमांशु (Himanshu Sharma) ने भी एबीपी के सभी सवालों का खुलकर जवाब दिया. हिमांशु राजस्थान के सीकर जिले के दांतारामगढ़ के रूपगढ़ के रहने वाले हैं, उन्होंने अपने चयन की पूरी कहानी बताई. पढ़िए हिमांशु शर्मा से की गई बातचीत के कुछ अंश...
बड़ा मुश्किल था लेकिन उम्मीद पूरी थी
हिमांंशु शर्मा ने बताया कि आईपीएल और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलना उनका बड़ा सपना था. आज वो पूरा हुआ. उन्होंने कहा कि हम जी जान लगाकर खेलेंगे और मैं अपना बेस्ट देने का प्रयास करूंगा. हिमांशु ने कहा कि रॉयल चैलेंजर बैंगलुरु ने मुझे खरीदा है. मुझे हमेशा लगता था कि एक दिन मैं बड़ा मैच खेलूंगा और अब खेलने की स्थिति साफ़ हो गई है. यहां तक का सफर आसान नहीं था. मैंने बड़ी मेहनत की.
पढ़ाई और खेल साथ जारी रखा
हिमांशु ने कहा कि सीकर में विद्याभारती ज्वाइन किया लेकिन वहां बहुत बेहतर नहीं हो पा रहा था. उसके बाद मैं जयपुर आ गया लेकिन यहां लॉकडाउन लगने के बाद फिर से सीकर जाना पड़ा. वहां खेल जारी रखा लेकिन फिर जयपुर लौटकर आया. यहां पर जयपुरिया क्रिकेट एकेडमी में खेलना शुरू किया. यहां पर एकेडमी में कोच रोहित झालानी ने बेहतर मार्गदर्शन किया. यहां रोज सुबह और शाम का सेशन मिलाकर कुल 7-8 घंटे अभ्यास करता हूं. वर्ष 2018 में विश्विद्याल में खेला. उसके बाद कॉलेज में गोल्डमेडलिस्ट रहा.
शुरू के तीन साल मुश्किल थे
हिमांशु ने कहा कि शुरू के तीन साल बहुत मुश्किल रहे लेकिन धीरे-धीरे पापा को लगा कि मैं बेहतर कर पाऊंगा इसलिए उन्होंने मेरी मदद की. अब मैं यहां हू. मैं बैट्समैन बनना चाहता था लेकिन पढ़ाई का दबाव था इसलिए पिता से किट लेने के लिए पैसे नहीं मांग पाया. शुरू से बैट्समैन बनने की चाहत थी. एबी डिविलियर्स के खेल को देखकर मन में खेलने का मन होता था. क्रिकेट में मन ज्यादा लगता था इसलिए खेला. पढ़ाई में बहुत मन नहीं लग पाया है लेकिन मैंने दो विषयों में एमए किया है.
विराट कोहली मेरे आदर्श
हिमांशु शर्मा ने बताया कि विराट कोहली मेरे आदर्श हैं. उनके खेल को देखना बहुत सुंदर लगता है. विराट की टीम में खेलना ही बड़ी बात है. मुझे इस बात की चिंता थी कि मेरा सलेक्शन हो जाए, पैसे की नहीं. संघर्ष बड़ा था लेकिन अब सुकून है. मैं सीधे आईपीएल खेलने जा रहा हूं इससे मुझे लगता है कि मैं थोड़ा बेहतर कर पाया हूं. नीलामी होने के बाद सबसे पहले मेरे पापा का फोन आया. वे बहुत खुश थे.
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