Bikaner News: रेलवे ने अपने सीमांत और विश्व प्रसिद्ध जैसलमेर रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं. सब कुछ ठीक रहा तो इसी माह पुनर्विकास का यह महत्वपूर्ण कार्य शुरू हो जाएगा. मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने बताया कि सामरिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण जैसलमेर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा करवाया जा रहा है और इस पर एयरपोर्ट सरीखी सुविधाएं विकसित करने का प्रावधान किया गया है.
उन्होंने बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल पर स्थित जैसलमेर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की मंशा के अनुरूप किया जा रहा है. जिसका कार्यादेश बीकानेर की निर्माण कंपनी एसकेटी एसजीसीसीएल (जेवी) को दिया गया है. उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से स्टेशन के पुनर्विकास की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है और उसका इसी माह कार्य शुरू करने का प्रयास है.
डीआरएम ने बताया कि देशी-विदेशी सैलानियों से गुलजार रहने वाले स्वर्ण नगरी जैसलमेर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण के दौरान स्थानीय कला और संस्कृति को विशेष तवज्जोह और सौंदर्यीकरण पर दी जाएगी. स्टेशन पुनर्विकास पर करीब 148 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है. उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन की कायापलट करने के बाद उसके कमर्शियल उपयोग की योजना पर भी काम किया जाएगा जिससे रेलवे को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकेगा.
दो वर्ष में बनकर होगा तैयार
जैसलमेर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम पूरा होने में दो साल तक का समय लग सकता है. वर्तमान स्टेशन की इमारत दो मंजिला है और बनने वाली नई बिल्डिंग तीन मंजिला होगी जिसमें विभिन्न विभागों के कार्यालय भी होंगे.
हेरिटेज लुक
बनने वाली नई इमारत को बड़ी संख्या में जैसलमेर आने वाले पर्यटकों की पसंद के अनुरूप हेरिटेज लुक देने का प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही उनके लिए स्टेशन पर ही प्रतीक्षा करने और ठहरने के लिए उच्चस्तरीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएगी. इस हेतु वातानुकूलित विश्रामालयों का निर्माण प्रस्तावित है.
मिलेगी उच्चस्तरीय सुविधाएं
बनने वाले नए रेलवे स्टेशन भवन पर फूड कोर्ट,सुविधायुक्त वेटिंग रूम,लिफ्ट,एस्केलेटर, एसी और नॉन एसी रेस्ट रूम्स और साफ-सफाई हेतु आधुनिक मशीनें इत्यादि उपलब्ध होंगे.
लंबे समय से था इंतजार
जैसलमेर के रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने के लिए लंबे समय से इंतजार था. देश-दुनिया के सैलानियों से गुलजार रहने वाली स्वर्ण नगरी में रेलवे स्टेशन भी उसी तर्ज का होना चाहिए इसकी मांग काफी समय से थी. 148 करोड़ रुपए की लागत से इस स्टेशन की शक्ल-सूरत को पूरी तरह से बदला जाएगा. इस पैसे से स्टेशन का विस्तार होगा और साथ ही यहां के एंट्रेंस से लेकर प्लेटफार्मों व अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा.
नई इमारत के निर्माण में पीले पत्थर का उपयोग किया जाएगा.
स्टेशन भवन को हेरिटेज लुक देते हुए नक्काशीदार झरोखे, जालियां, डेकोरेटिव बेंड्स, छतरियां, स्टोन फेंसिंग इत्यादि से जैसलमेर की कला और संस्कृति की पहचान बरकार रखा जाएगा.
प्लेटफॉर्म्स पर यात्री सुविधा के लिए लगेंगे डिजिटल डिस्प्ले.
स्टेशन पर आने-जाने वाले दिव्यांग यात्रियों को निर्धारित मानकों के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध होगी.
विकसित किए जाने वाले कोंकोर्स एरिया पर मिलेगी विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं.
पार्किंग स्थान ,सोलर पैनल की स्थापना ,बरसात के पानी की निकासी और पर्याप्त अग्निशामक यंत्रों की उपलब्धता समेत पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त.
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