Reservation Movement End in Bharatpur: राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) जिले में 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग के लिए पिछले 4 दिनों से सैनी, माली, कुशवाहा, मौर्य और शाक्य जातियों की तरफ से किया जा रहा आंदोलन खत्म हो गया है. कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह (Vishvendra Singh) की समझाइश के बाद आंदोलनकारी सहमत हो गए और उन्हें मांग पत्र सौंप कर आंदोलन को खत्म करने की घोषणा कर दी. भरतपुर के नदबई तहसील के अरौदा गांव के पास सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य जातियों के आंदोलनकारियों ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर 12 जून से जयपुर-अगरा नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर रखा था.

 

आंदोलनकारी जिस जगह पर आंदोलन कर रहे थे, वहां पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की गई थी. आंदोलन के खत्म होने के बाद पुलिस-प्रशासन ने भी रहत की सांस ली है. इससे पहले राजस्थान सरकार की तरफ से आंदोलनकारियों से बातचीत करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य और मौर्य समाज के लोग 4 दिन से आंदोलन कर रहे थे. ऐसे में जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे जाम हो गया था, जिससे लोगों को परेशानी हो रही थी.

 

मैं सिर्फ मैसेंजर का काम करूंगा: विश्वेंद्र सिंह 

 

कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा, "मैंने आंदोलनकारियों को कहा है कि आपकी जो मांग है, उनको मैं सीएम अशोक गहलोत के सामने पेश करूंगा. मैं झूठा आश्वासन नहीं दूंगा. मैं सिर्फ मैसेंजर का काम करूंगा." उन्होंने कहा कि इसके बाद आंदोलनकारियों ने आंदोलन को खत्म किया है, जो सराहनीय है. वहीं सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा, "हमारी तीन मांगें हैं, एक तो हमारी इन जातियों को राज्य में 12 प्रतिशत आरक्षण मिले. दूसरा ये है कि आंदोलनकारियों पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएं और तीसरा हमारी इन जातियों के लिए राज्य सरकार की तरफ से अलग से जन कल्याणकारी योजना शुरू हो." उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के आश्वासन के बाद हमने आंदोलन खत्म कर दिया है.

 

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