Dungarpur News: जो शराब जब्त हुई उसी को ढूंढ़ रही थी पुलिस, अब हुआ ये चौंकाने वाला खुलासा
डूंगरपुर में शराब तस्करी का पेचीदा मामला सामने आया है. यहां जब्त शराब को बेचने के मामले में चल रही पुलिसकर्मियों पर जांच हो रही है. कई निलंबित भी हो चुके हैं.
Udaipur News: गुजरात से नजदीक राजस्थान के डूंगरपुर में ट्रकों-टैंकरों में सप्लाई होती अवैध शराब के कई मामले आते हैं, लेकिन जिले के बिछीवाड़ा थाने का एक ऐसा गजब मामला सामने आया है, जिसके बारे में सुनकर लोग भी अतभ्रत हो गए हैं. आरोप है कि पुलिस ने जो माल तस्करी होते पकड़ा और जब्त किया उसे ही बेच दिया, जिसकी जांच चल रही लेकिन बेची हुई शराब कहां गई ये किसी को भी पता नहीं. इस मामले में चौकाने वाली बात तब सामने आई कि आबकारी विभाग ने एक गैस टैंकर की नीलामी की. जब मालिक ने टैंकर खुलवाया तो आंखे खुली की खुली रह गई क्योंकि उसमें 254 पेटी शराब निकली. अब यह शराब कहां से आई, पुलिस का क्या एक्शन रहा, मामले का खुलासा कैसे हुआ आगे जाने.
कहां से शुरुआत हुई और कहां तक पहुंचा मामला
- कोर्ट के आदेश पर बिछीवाड़ा पुलिस ने 26 अगस्त को 9000 से अधिक शराब की पेटियों का निस्तारण किया था. जो कि हर थाना पुलिस पूरे नियम के आधार पर करती है जिसकी वीडियोग्राफी भी होती है.
- इसके ठीक 7 दिन बाद गुजरात पुलिस ने एक कार्रवाई की गई, जिसमें हरियाणा से निर्मित शराब पकड़ी. शराब की जांच और पूछताछ में सामने आया कि पुरानी शराब है और इसके नंबर के आधार पर यह बिछीवाड़ा पुलिस ने जब्त की थी.
- गुजरात से बात डूंगरपुर पहुंची और एसपी ने जांच कराई. 3 प्राथमिक जांच कर 5 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित किया.
- पुलिस अपनी जांच में तालश कर ही रही थी कि अन्य शेष शराब कहां गई क्योंकि गुजरात पुलिस ने करीब 2 लाख रुपए की अवैध शराब पकड़ी थी.
- इधर अगस्त में ही बिछीवाड़ा थाने में पड़े एक जब्तशुदा गैस के टैंकर की नीलामी हुई जिसे गुजरात के किसी व्यापारी ने खरीदा. राशि पूरी नहीं देने के कारण टैंकर थाने में ही पड़ा था.
- सोमवार को व्यापारी ने पूरी राशि चुकाई और टैंकर को स्क्रैप करने के लिए उदयपुर के प्रतापनगर क्षेत्र में भेज. यहां हरीश कुमार के कारखाने में रखा था.
- व्यापारी ने जब गैस कटर से टैंकर को काटा तो पीछे शराब की पेटियां देख चौक गया. व्यापारी हरीश ने डूंगरपुर पुलिस को सूचना दी. पुलिस आई और उसे लेकर चली गई.
- अब इसमें सवाल यह उठ रहे हैं कि 9000 पेटियां नष्ट की थी और कुछ ही गुजरात पुलिस ने जब्त की तो पुलिस ने कितनी शराब की पेटियां नष्ट की और कितनी बचाई. टैंकर में शराब कैसे आई जबकि जो पुलिस तलाश रही थी वह थाने में ही टैंकर में रखी थी.
जैसी ही काटा तो मिली शराब
व्यापारी हरीश से बात की तो उन्होंने बताया कि टैंकर को लेकर आए और गैस कटर से काटा. उसमें कुछ बक्से पड़े हुए थे जिससे शराब होने की आशंका हुई. फिर डूंगरपुर पुलिस को सूचना दी. डूंगरपुर पुलिस आई और कॉर्पोरेट करके शराब की पेटियां लेकर चली गई. इधर एसपी राशि डोगरा ने मीडिया को बताया कि शराब को बिछीवाड़ा थाने में रखवाया है. जो जांच चल रही है उसी का हिस्सा है. थाने के मालखाना प्रभारी की निलंबित किया है.
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