Dungarpur News: डूंगरपुर के इन गांव में अब बेटी होने पर मनेगा उत्सव, बच्चियों के लिए तैयार होगा ये खास माहौल
इन ग्राम पंचायतों में बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण देने के साथ ही शिक्षा से जोडना, पूर्ण सुरक्षित माहौल करने के साथ ही ग्रामीणों को बालिकाओं के जन्म पर खुशियां मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
Dungarpur News: सरकार कोई भी हो, बेटियों के लिए लगातार कोई ना कोई योजनाएं चलाई ही जाती हैं. इसी क्रम में अब बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत गर्ल फ्रेंडली पंचायतें बनाई जा रही हैं. इसमें उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले की दो पंचायतों का चयन हुआ है. यहां अब बेटी होने पूरा गांव उत्सव मनाएगा. महिला अधिकारिता निदेशालय और यूनिसेफ की तरफ से डूंगरपुर में यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. इसमें जिले की दो ग्राम पंचायत पाल देवल और पालबड़ा का चयन राज्य सरकार ने किया है.
24 घंटे सुरक्षित महसूस करेंगी बच्चियां
पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह बेटियों के लिए कई काम किए जाएंगे. अब इन ग्राम पंचायतों में बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण देने के साथ ही शिक्षा से जोडना, पूर्ण सुरक्षित माहौल करने के साथ ही ग्रामीणों को बालिकाओं के जन्म पर खुशियां मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. एक ऐसी ग्राम पंचायत का निर्माण किया जाएगा, जहां बालिका 24 घंटे खुद को सुरक्षित महसूस करें. प्रोजेक्ट का उद्देश्य भी यही है कि लड़कियों को समाज में स्वीकार किया जाए और शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे मुहैया कराना, सरकारी योजनाओं से लाभान्वित समग्र विकास के लिए हर संभव मदद मिले.
इन दोनों में सफलता मिलने के बाद प्रोजेक्ट को जिले की सभी ग्राम पंचायतों पर लागू किया जाएगा. बता दें राज्य सरकार ने वर्ष 2020 में सवाई माधोपुर जिले के सात गांवों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप इसकी शुरुआत की थी. वहां के गांवों में प्रोजेक्ट को सफलता मिलने के बाद अब अब इसे राज्य स्तर पर लागू किया जा.
ऐसे होगा काम
प्रोजेक्ट के तहत बालिकाओं के लिए सामाजिक माहौल तैयार करेंगे. लड़की पैदा होने पर उत्सव मनाया जाएगा. सरकारी योजनाओं का लाभ बालिकाओं तक पहुंचाया जाएगा. जिन पंचायतों में बालिकाओं के लिए स्कूल नहीं है वहां स्कूल तैयार कराए जाएंगे. घर से स्कूल तक पहुंचने के असुरक्षित रास्तों को चिह्नित कर सुरक्षा प्रदान की जाएगी. ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायतों के बजट से बालिकाओं को सभी तरह की सुविधा देने के लिए पूरा विकासात्मक स्ट्रक्चर खड़ा किया जाएगा. जिले के महिला अधिकारिता विभाग के सुरक्षा अधिकारी मोती लाल मीणा ने बताया कि दोनों पंचायतों का चयन किया जहां जो इस योजना का उद्देश्य है उसी अनुरूप कार्य किए जाएंगे.
ये भी पढ़ें