Jodhpur News:  जोधपुर के एयरफोर्स क्षेत्र में हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी (Handicraft Businessman) अशोक चोपड़ा (Ashok Chopra) के घर पर काम करने वाले 4 नेपाली नौकरों ने परिवार के लोगों को फ्राइड राइस में ड्रग्स (Drugs) मिलाकर खिला दिया, जिससे वे बेहोश हो गए. इसके बाद नौकरों ने करोड़ों रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए. घर के मालिक अशोक चोपड़ा को जब 21 घंटे बाद होश आया तो उनके होश उड़ गए. घर का सारा कीमती सामान नौकर चुराकर फरार हो चुके थे.


4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली


इस लूट को जोधपुर में इस साल की सबसे बड़ी लूट माना जा रहा है. पुलिस ने चोरों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया है जो दिल्ली, जयपुर व नेपाल बॉर्डर पर आरोपियों की तलाश कर रही है. कई घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने अशोक चोपड़ा, उनकी बेटी लवीना, बेटे और ड्राइवर संतोक व नारायण को 5 नवंबर की रात खाने में ड्रग्स मिलाकर खिला दिया था. मामले की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने अशोक चोपड़ा व लवीना का ब्लड सैंपल सोमवार को लिया मंगलवार को उसकी रिपोर्ट आई है. रिपोर्ट में साफ हो गया है कि नौकरों ने फ्राइड राइस में ड्रग्स मिलाया था.


सभी आरोपी नेपाल के धनगढ़ी निवासी


परिवार को जो ड्रग्स दिया गया था इस तरह के ड्रग्स का इस्तेमाल ट्रेनों में बदमाश यात्रियों को शिकार बनाने के लिए करते हैं. घर से भागने के लिए नौकरों ने मालिक अशोक चोपड़ा की हैक्सा कार को भी चोरी कर लिया और जोधपुर से कुचामन की तरफ भाग निकले. एयरपोर्ट थाने में 6 नवंबर को मामला दर्ज कराया गया. सभी आरोपी नेपाल में धनगढ़ी के निवासी हैं.


3 करोड़ के सामान को बेकर समझ झाड़ियों में ही फेंक गए चोर


जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट डीसीपी अमृता दोहन ने बताया कि चार नेपाली नौकरों द्वारा की गई हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी के घर पर लूट के मामले में पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है. आरोपियों ने लूट के बाद कुचामन में अशोक चोपड़ा की कार को लावारिस छोड़ दिया. वहीं लॉकर व चोरी किए गोल्ड-प्लैटिनम कोटेड सोने व चांदी के बर्तनों को चोर पहचान नहीं पाए. वो इसे पीतल व एल्यूमीनियम का समझकर झाड़ियों में फेंककर चले गए. पुलिस ने इसकी जांच की तो सच्चाई सामने आई. करीब 4 किलो के ये नक्काशीदार बर्तन गोल्ड-प्लैटिनम कोटेड हैं. इनकी कीमत 3 करोड़ रुपए के लगभग बताई जा रही है. 


जिस कार को वह लावारिस छोड़ गए उस कार में मोबाइल फोन, लैपटॉप व अन्य सामान मिला है. वहीं लॉकर नहीं खुलने के कारण तिजोरी में रखा कीमती सामान भी सुरक्षित बच गया. जो की कुचामन पुलिस ने जोधपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है. चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें जोधपुर के अलावा जयपुर, दिल्ली से लेकर नेपाल बॉर्डर तक भेजी गई हैं. फिलहाल आरोपी नौकरों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.


आरोपियों को शरण देने वाला शख्स गिरफ्तार


वहीं नागौर के कुचामन में आरोपियों को शरण देने वाले आरोपी अमर सिंह को पुलिस ने पूछताछ के बाद मंगलवार को उसको गिरफ्तार कर लिया. अमर सिंह से आरोपियों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं जिनके आधार पर जल्द आरोपियों तक पहुंचा जाएगा. वहीं नागौर के कुचामन में पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज भी लगी है जिसमें चोर दो गुटों में बंटकर अलग-अलग शहरों की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं.


पुलिस ने बताया कि अशोक चोपड़ा की बेटी अंकिता (37) ने रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में बताया कि 6 नवंबर की रात उनके पिता के मकान बी-13-16, अरविंद नगर से घरेलू नौकर धन बहादुर थापा (45), लक्ष्मी उर्फ मुन्ना (45), मंजिल (24) और मंजू (26) ने कीमती सामान, जेवरात और कार चोरी कर ली. वारदात करने के लिए आरोपियों ने अशोक चोपड़ा, उनकी बेटी लवीना, बेटे और ड्राइवर संतोक व नारायण को 5 नवंबर की रात भोजन में नशीला पदार्थ (ड्रग्स) खिला दिया.


यह भी पढ़ें:


Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्तियों का हो रहा इंतजार, पीसीसी अध्यक्ष ने कहा- जल्द चुने जाएंगे पदाधिकारी