Deva Gurjar Murder Case Update: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) में हुई बहुचर्चित देवा गुर्जर उर्फ देवा डॉन हत्याकांड मामले में एसआईटी (SIT) ने 6 और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस मामले में अब तक पुलिस ने 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी की टीम लगातार जंगलों सहित अन्य ठिकानों पर दबिश दे रही थी. गौरतलब है कि देवा गुर्जर की हत्या के आरोप में पुलिस 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर चुकी है.
देवा गुर्जर की हत्या का मुख्य आरोपी बाबूलाल गुर्जर फिलहाल पुलिस रिमांड पर है. एसआईटी के जांच अधिकारी और एडिशनल एसपी पारस जैन ने बताया कि कोटा जिले के चेचट थाना क्षेत्र के रामपुरिया निवासी गोपाल सिंह पुत्र छोटा सिंह, लाला उर्फ नरेंद्र सिंह पुत्र भवानी सिंह, नानूराम पुत्र दुर्गालाल मीणा, गांव खेदारुद्धा निवासी कालूलाल उर्फ सचिन पुत्र भैरूलाल गुर्जर, गांव हथौना निवासी जुगराज पुत्र कालूलाल गुर्जर और रावतभाटा थाना क्षेत्र के धावदकलां गांव निवासी हेमंत पारेता पुत्र मुकुट बिहारी को गिरफ्तार किया है.
5 अप्रैल को हुई थी देवा गुर्जर की हत्या
आपको बता दें कि 5 अप्रैल को दिनदहाड़े रावतभाटा में कोटा बेरियर डेम रोड पर सैलून की दुकान में 40 साल के देवा गुर्जर पर गंडासे, धारदार हथियारों और कुल्हाड़ी हमला किया गया था. इस दौरान गोली भी मारी गई थी. इसमें देवा गुर्जर की मौत हो गई थी. उस दौरान देवा गुर्जर अपनी गाड़ी ठीक कराने के लिए मिस्त्री के पास आया था. देवा गुर्जर के सैलून की दुकान पर पहुंचने के कुछ देर बाद ही हमलावरों ने हमला कर दिया. इसे जिस तरह अंजाम दिया गया, उससे साफ पता चल रहा था कि इसके लिए पूरी प्लानिंग की गई थी.
देवा गुर्जर पर 20 से अधिक मामले थे दर्ज
घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे में हथियारों से लैस बदमाश दौड़ते हुए नजर आए थे और सिर्फ 4 मिनट में ही हमला कर फरार हो गए थे. इस दौरान लगभग 5 मिनट तक खून से लथपथ देवा गुर्जर तड़पता रहा. फिर उसे लोगों ने गांड़ी से अस्पताल पहुंचाया था. देवा गुर्जर का रावतभाटा चारभुजा झालर बावड़ी में भी मकान है. देवा गुर्जर कोटा के आरके पुरम थाने का हिस्ट्रीशीटर था. उसके खिलाफ करीब 20 से अधिक मामले दर्ज थे, जिसमें लूट, डकैती, नकबजनी, गैंगवार जैसे मामले थे. कोटा इलाके में देवा गुर्जर अलग ही आतंक था, लेकिन कुछ दिनों पूर्व देवा की जमानत होने के बाद वह आजाद होकर घूम रहा था और रावतभाटा इलाके में ही रह रहा था.
26 मार्च को बताया था जान को खतरा
देवा गुर्जर को पता था कि उसके साथ कुछ अनहोनी होने वाली है. इस कारण उसने 26 मार्च को कोटा के आरके पुरम थाने में कुछ लोगों के खिलाफ उसे जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दी थी. इस रिपोर्ट में बताया था कि वह रावतभाटा में कंस्ट्रक्शन और लेबर सप्लाई का कार्य करता है. 23 मार्च को वह बोराबास में था, जब उसके पास फोन आया था, जिसमें कुछ लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी. रिपोर्ट में बताया था कि इसकी रिकॉर्डिग भी उसके पास है. उसने बताया कि कुछ लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. उसकी जान-माल को खतरा है. धमकी देने वाले लोग उससे 10 लाख रुपये मांग रहे हैं.
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