Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने 2 दिन पहले दिए गए बयान के बाद उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं सीएम द्वारा लगाए गए आरोपों का पायलट समर्थक विधायक और मंत्री जवाब देते नजर आ रहे हैं. सीएम अशोक गहलोत के बयान पर राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने पलटवार किया है.
कृषि विपणन राज्यमंत्री ने यह कहा
दरअसल भारत जोड़ो यात्रा के आने से पहले रविवार को कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं ने दौसा जिला मुख्यालय पर तिरंगा यात्रा निकाली गई. इस दौरान कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा कि मैंने तो उस वक्त मानेसर से ही जवाब दे दिया था. फिर कह देना चाहता हूं कि यदि उनके (सीएम) के पास कोई ठोस सबूत है तो जांच करवाकर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए थी. हम तो यह कह सकते हैं कि हम 100% यानि 24 कैरेट गोल्ड है. इसको शॉर्ट में कहा जाए तो सोने पर कभी जंग नहीं लग सकती है.
'हाईकमान को जल्द फैसला लेना चाहिए'
कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि 10 से 15 विधायक तो हमारे साथ यहीं घूम रहे हैं. आगे सभी ने मिलकर चुनाव नहीं लड़ा तो पार्टी को भारी नुकसान होगा. गुटबाजी के सवाल पर कृषि विपणन राज्य मंत्री ने कहा कि इस टाइम कोई भी प्रतिक्रिया दें उससे हमारी पार्टी को नुकसान हो रहा है. यदि हमने मिलकर चुनाव नहीं लड़ा तो राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को भारी नुकसान होगा.
कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा बोले गहलोत -पायलट विवाद का समाधान करने के लिए सबसे पहले हाईकमान को सारे विधायकों की व्यक्तिगत राय जाननी चाहिए सब मिलकर सहमति से कोई फैसला कर दे, तुरंत प्रभाव से इस विवाद का समाधान होना चाहिए ताकि 2023 में कांग्रेस को दोबारा सरकार बनाने का मौका मिले. राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा बोले कि हमारी सरकार ने बहुत ज्यादा काम किए हैं. लेकिन इस विवाद की वजह से सभी कामों पर पानी फिर रहा है. विवाद पर सब को बोलने का मौका मिल रहा है.ऐसे में हाईकमान कोई भी फैसला ले लेकिन इस विवाद का जल्द समाधान होना चाहिए. मंत्री मीणा ने कहा चाहे सारे विधायकों की सलाह लें, व्यक्तिगत मिलें, वोटिंग कराएं या फिर डायरेक्ट कोई फैसला करें, हाईकमान को एक्शन लेना चाहिए.जिससे आगामी चुनावों में होने वाले नुकसान से बचा जा सके.
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