Udaipur News: उदयपुर के उबेश्वर जी स्थित प्रसिद्ध वैष्णो देवी माता मंदिर में 23 जुलाई को मंदिर का ताला तोड़ मूर्तिया खंडित और चोरी की घटना हुई थी. इस घटना से साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने की स्थितियां पैदा होने लगी थी क्योंकि 28 जून को ही कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ था. फिर भी पुलिस ने माहौल को संभाला और अब दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनसे पूछताछ की जा रही है.
400 लोगों तक पहुंचीं पुलिस
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए 30 पुलिसकर्मियों की टीम गठित की. एक टीम ने बीटीएस लोकेशन निकली, घटना के आस पास टोल नाके और दुकानों के सीसीटीवी फुटेज निकले और एक टीम ने पूर्व अपराधियों और चालानशुदा लोगों से पूछताछ की. तीनों ही टीमों ने 400 लोगों से पूछताछ की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद एक सूचना आई कि उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्र झाड़ोल की तरफ एक व्यक्ति आ रहा है जिसे मंदिर की तरफ पहले भी देखा गया था. पुलिस मौके पर पहुंची और संदिग्ध व्यक्ति को दबोचा जिसने पूछताछ में अपने ही चचेरे भाई के साथ वारदात करना कबूल की.
आर्थिक तंगी के चलते की चोरी
दोनों भाइयों प्रकाश गमेती और तेजाराम वडेरा से पुलिस ने पूछताछ से पाया गया कि दोनों उदयपुर में कारखाने में मजदूरी का काम करते है. दोनों आपस में परिवार में भाई है. आर्थिक हालात ज्यादा ठीक नहीं होने से घटना के दिन दोनों ने झाडोल में शराब ठेके से शराब पी. फिर कहीं चोरी करने का प्लान बनाया तो श्रावण महिना होने के कारण उबेश्वरजी माता मंदिर में ज्यादा चढावा मिल सकता है.
छत्र खींचते वक्त खंडित हुईं मूर्तियां
चढ़ावा मिलने की बात सोचकर दोनों पैदल-पैदल पहाड़ी के रास्ते से लोहे की रॉड लेकर मंदिर की तरफ आ गये. देर रात होने तक भक्तजनों व प्रसादी करने आये लोगों के सोने का इंतजार किया और फिर ताला तोड़कर वारदात को अंजाम दिया. छत्र चोरी करते वक्त छत्र को खींचने से मूर्तियां गिर जाने से मूर्तियां खंडित हो गईं. चोरी करने के बात सवेरा होने तक जंगल में ही रहे. हालांकि बाद में भक्तों ने खंडित मूर्तियों की जगह दूसरी मूर्तियों की स्थापना कर दी.
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