Rajasthan News: अब आइडिया देने पर स्टूडेंट्स को मिलेंगे 10 हजार रुपये, जानिए- कैसे करें अप्लाई
विभाग ने इस योजना के तहत देश के पांच लाख स्कूलों के स्टूडेंट आइडिया का लक्ष्य रखा है. एक स्कूल से चयनित पांच स्टूडेंट आवेदन कर सकते हैं. खास बात यह कि यह सिर्फ 6-10वीं कक्षा के स्टूडेंट के लिए ही है.
Udaipur News: सभी जानते हैं कि कई बच्चों के पास गॉड गिफ्ट होता है जिनके दिए आइडियाज को अगर प्लेटफॉर्म मिल जाए तो दुनिया में भी अपना नाम कर लेते हैं, लेकिन प्लेटफॉर्म नहीं मिलने के कारण उनके आइडिया आगे नहीं बढ़ पाते हैं. लेकिन अब ऐसे बच्चों को प्लेटफॉर्म देने की नई योजना शुरू हुई है. विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली और नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन गुजरात से स्टूडेंट में नवाचारी सोच विकसित करने और उनके आइडिया को एक प्लेटफॉर्म देने के लिए इंस्पायर अवार्ड मानक योजना की शुरुआत की है. इसमें स्कूल के बच्चे आने आईडिया को दे सकते हैं इसके बदले उन्हें 10 हजार रुपये मिलेंगे और आईडिया अगर धरातल पर आया तो भी कई फायदे होंगे.
5 लाख स्कूल के स्टूडेंट का लक्ष्य
विभाग ने इस योजना के तहत देश के पांच लाख स्कूलों के स्टूडेंट आइडिया का लक्ष्य रखा है. एक स्कूल से चयनित पांच स्टूडेंट आवेदन कर सकते हैं. खास बात यह कि यह सिर्फ 6-10वीं कक्षा के स्टूडेंट के लिए ही है, जिनकी उम्र 10-15 वर्ष की होनी जरूरी है. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने सभी जिला अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं और स्टूडेंट को अधिक से अधिक आवेदन करने की कहा है. योजना के क्रियान्वयन के लिए स्कूल में एक इंस्पायर प्रभारी भी नियुक्त किया जाएगा.
ऐसे करें आवेदन
अपने आइडियाज को स्टूडेंट 30 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं. आदेश के अनुसार विद्यालय स्तर पर विद्यार्थी का ऑनलाइन नॉमिनेशन (www.inspireawards-dst.gov.in) उसके द्वारा प्रस्तुत किए गए श्रेष्ठ मौलिक / सृजनात्मक नवाचारी विचार की गुणवत्ता / श्रेष्ठता के आधार पर किया जाये न कि उसके द्वारा परीक्षाओं में अर्जित प्राप्तांकों के आधार पर. हर स्कूल से 5 श्रेष्ठ मौलिक / सृजनात्मक विचारों को E-MIAS web portal (https://www.inspireawards-dst.gov.in/Default.aspx) पर अपलोड करके अनिवार्य Final Submit / Forward करना सुनिश्चित करें एवं साथ ही समाजिक आवश्यकताओं एवं उपयोगिता की कसौटी पर खरे उतरते हो.
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय अपने अधीनस्थ संस्थाप्रधानों को निर्देशित करे और स्वयं भी ध्यान रखें कि E-MIAS पोर्टल पर विद्यार्थियों के ऑनलाइन आइडिया को भलीभांति जांच करने के बाद ही आइडिया को Approve करें जो आइडिया मौलिक / सृजनात्मक हो. साथ ही आइडिया इन्टरनेट या यूटयूब या किसी आउटसोर्स करने वाली संस्था अथवा व्यक्ति का ना हो.
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