Rajasthan: महिला टीचर और छात्रा के इश्क को बीजेपी बता रही लव जिहाद, दोनों लड़कियां बोलीं- 'हम लेस्बियन हैं, फालतू के दंगे मत करो'
Bikaner News: बीकानेर की ये दोनों लड़कियां 30 जून से लापता थीं. दोनों ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखी. दोनों ने यह वीडियो किसी अज्ञात जगह से जारी किया है.
Rajasthan News: राजस्थान के बीकानेर जिले में दो लड़कियां लापता हो गईं. वहां के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली 17 साल की लड़की और उसी स्कूल में पढ़ाने वाले 20 साल की अध्यापिका लापता हो गई हैं. इस मामले में छात्रा के परिजनों ने पुलिस में शिकायत की है. इस घटना को 'लव जिहाद' का मामला बताते हुए बीजेपी और कुछ हिंदुवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया. पुलिस का कहना है कि वो दोनों लड़कियों का पता लगा रही है.
बीकानेर की ये दोनों लड़कियां 30 जून से लापता थी. दोनों ने सोमवार को चार मिनट का एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखी. दोनों ने यह वीडियो किसी अज्ञात जगह से जारी किया है. इसमें 17 साल की लड़की एक टोपी पहने हुए है. वह कैमरे की ओर से देखते हुए अपनी बात रख रही है, जबकि दूसरी लड़की उसके पास ही खड़ी है. घर से भागी इन लड़कियों में 17 साल की लड़की हिंदू और 20 साल की लड़की मुसलमान है.
क्या कहना है लड़कियों का?
इस वीडियो में नाबालिग लड़की कहती है, ''आप सभी लोग यह सोच रहे होंगे कि वह या उसके परिजनों ने ब्रेनवाश कर मेरा अपहरण कर लिया है. लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. हमने अपनी इच्छा से घर छोड़ा है, क्योंकि हम एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं और एक दूसरे के बिना रह नहीं सकते हैं. हम दोनों लेस्बियन हैं और किसी पुरुष से शादी नहीं कर सकते हैं. इसलिए हमने भागने का फैसला किया. इसके लिए उसने मेरे ऊपर दवाब नहीं डाला. आप यह सोच सकते हैं कि उसने मुझे यह वीडियो बनाने के लिए कहा होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. वीडियो को बनाने और गतफहमियों को दूर करने का फैसला मैंने खुद लिया है.''
वीडियो में शिक्षिका कहती है, ''हम लोग अपनी मर्जी से आए हैं. मैं इसको बहला-फुसलाकर नहीं लाई हूं. फालतू के दंगे मत करो.''
पुलिस के पास पहुंचा मामला
इस मामले में नाबालिग लड़की के परिवार ने एक मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि शिक्षिका, उसके भाई और परिवार ने उनकी लड़की का ब्रेनवॉश किया और एक षड्यंत्र के तहत उनकी लड़की को भगा कर ले गए. पुलिस ने आरोपी लड़की और उसके दो भाइयों पर आईपीसी की धारा-363, 366, 120 बी और किशोर न्याय कानून की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
बीकानेर से पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम कहती हैं, ''एक लड़की नाबालिग है. हम उन दोनों की लोकेशन का पता लगाकर उन तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.''
क्या कहना है नाबालिग लड़की के परिवार का?
नाबालिग लड़की के चाचा ने अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' को बताया, '' 30 जून को लड़की घर से स्कूल के लिए निकली थी. लेकिन वापस नहीं लौटी. जह हम उसके स्कूल गए तो वहां पता चला कि उसकी शिक्षिका भी गैरहाजिर है. हमने उस वीडियो को देखा है, जिसे उन्होंने जारी किया है. उनकी लड़की का ब्रेनवॉश किया गया है. हम अपनी लड़की को वापस चाहते हैं.''
इन दोनों लड़कियों के लापता होने के बाद आरोपी शिक्षिका के परिवार ने भी उसी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. उसके पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि जब उनकी लड़की तीन बजे के बाद भी घर नहीं लौटी तो मैंने स्कूल से संपर्क किया. स्कूल वालों ने बताया कि वह सुबह स्कूल की बस में सवार तो हुई थी, लेकिन आधे रास्ते में यह कहकर उतर गई कि उसे कुछ काम है.
आरोपी शिक्षिका के पिता ने क्या कहा?
राजमिस्त्री का काम करने वाले शिक्षिका के पिता ने अखबार को बताया कि पहले तो दोनों परिवारों ने उन दोनों की तलाश शुरू की. लेकिन बाद में नाबालिग लड़की के परिवार ने उनकी लड़की और बेटों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी स्कूल में एलकेजी से तीसरी क्लास तक के बच्चों को पढ़ाती थी, इसके साथ ही वो अपनी कॉलेज की पढ़ाई भी कर रही थी.
वो कहते हैं, ''हमने उस वीडियो को देखा है, जिसे उन्होंने जारी किया है. एक बार जब वो वापस आ जाएंगी तो हमें हर चीज की जानकारी मिल जाएगी और हम आगे के कानूनी प्रावधानों का पता लगाएंगे. हम अभी यह चाहते हैं कि दोनों अपने परिवार में वापस आ जाएं. कुछ हिंदूवादी संगठन इस मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं, लेकिन हम पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं.''
मामले को विधानसभा में उठाएगी बीजेपी
इस घटना के बाद कुछ लोगों ने स्थानीय बाजार को बंद कराया. इन लोगों को राजस्थान की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी का समर्थन हासिल था. यह समर्थन देकर बीजेपी राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर दवाब डालना चाहती है. विधानसभा में नेता विपक्ष राजेंद्र राठौर ने सोमवार को उस कस्बे का दौरा किया.
उन्होंने अखबार से कहा, ''वीडियो के आधार पर आप मामले को खत्म करना चाहते हैं, हमारी बेटी दवाब में है.यह कैसी व्यवस्था है जो हमारी मासूम बेटियों का अपहरण कर रही है,उनके दिमाग में जहर भर रही है,धर्मांतरण कर रही है और हमारी संस्कृति पर भी हमले कर रही है. हम सरकार से विधानसभा में भी सवाल पूछेंगे. लड़कियां अगवा की जा रही है और सरकारी अधिकारी केवल समय मांग रहे हैं.'' बता दें कि दोनों लड़कियों को पुलिस ने बुधवार को चेन्नई से बरामद कर लिया है.
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