Rajasthan Teachers Protest Over School Dress: राजस्थान सरकार द्वारा स्कूल ड्रेस को लेकर जारी आदेश के खिलाफ शिक्षकों में विरोध कर रहे हैं. शिक्षक संगठन सोशल मीडिया से लेकर लिखित में अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं. दरअसल, सरकार ने आदेश दिया गया हैं कि अब स्कूल के बच्चों की ड्रेस सिलवाने की जिम्मेदारी शिक्षकों की रहेगी. जैसे ही यह आदेश शिक्षकों तक पहुंचा तो सोशल मीडिया द्वारा विरोध की प्रतिक्रियाएं दर्ज होने लगी. माना जा रहा है कि शिक्षकों का विरोध तूल पकड़ेगा और शिक्षक संगठन जमीन पर उतरकर विरोध प्रदर्शन दर्ज करा सकते हैं.
ड्रेस खर्च को लेकर शिक्षकों की टेंशन
शिक्षक और पंचायती राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने बताया कि उदयपुर जिले की बात करें तो यहां 4 लाख 7 हजार विद्यार्थियों की स्कूल ड्रेस का भार शिक्षकों के कंधे पर आएगा. आदेश एक बच्चे की दो-दो ड्रेस सिलवाने का है जिसके लिए 175 रुपए दिए जाएंगे जबकि इनकी सिलाई 250 से 300 रुपये तक पड़ेगी. सरकार की देय कीमत के अनुसार जिले को करीब 7 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जबकि खर्च 10 करोड़ से भी ज्यादा है. ऐसे में 3 करोड़ से भी ज्यादा का खर्च जुटाने की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षक या प्रबंधन समिति पर आएगी. ऐसे में भामाशाहों की तरफ रुख करना पड़ेगा जिससे पढ़ाई प्रभावित होगी.
पहले से थोप रखे हैं कई काम- शिक्षक
शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने आदेश दिया है कि सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों की स्कूल ड्रेस का जिम्मा विद्यालय प्रबंध समिति का रहेगा. इससे शिक्षकों के लिए एक काम और बढ़ जाएगा क्योंकि पहले से बीएलओ समेत करीब 10 से ज्यादा कामों की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी हुई है जिन्हें कई बार पूरा करने के लिए शैक्षणिक कार्य प्रभावित होते हैं.
शेर सिंह चौहान ने यह भी कहा कि सरकार को स्कूल यूनिफॉर्म के कपड़े और सिलाई की राशि सीधे ही अभिभावकों के खाते में डाल देनी चाहिए. इतनी कम राशि में स्कूल प्रबंध समिति से व्यवस्था कर पाना संभव नहीं है.
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