उदयपुर: झीलों की नगरी उदयपुर में पर्यटन ट्रेंड बदलता जा रहा है. जहां अब तक हर साल न्यू ईयर मनाने के बाद उदयपुर में टूरिस्ट का सन्नाटा हो जाता था, वहीं अब ट्रेंड बदल गए हैं.यहां से पर्यटक जा नहीं रहे,बल्कि लगातार आते जा रहे हैं.इससे होटल्स ने बुकिंग भी जोरों पर चल रही है.बड़ी बात यह है कि मार्च में भी बड़े रंग बिरंगे फेस्टिवल होते हैं.इनके लिए कहा जाता है कि अगर ये नहीं देखा तो क्या देखा.मार्च में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, इस बार पिछले सालों की तुलना दो गुने पर्यटकों के आने की संभावना है.पर्यटन विभाग ने भी फेस्टिवल को अलग अंदाज में मनाने की प्लानिंग शुरू कर दी है. इसे देखकर पर्यटक भी आनंदूत हो जाएं. 


होटल रिसॉर्ट 80 फीसदी तक बुक


दरअसल उदयपुर में अब तक का ट्रेंड रहा हैं कि अक्टूबर से पर्यटन सीजन स्टार्ट होता है. यह न्यू ईयर मनाने के बाद समाप्त हो जाता है.यानी न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बाद पर्यटक चले जाते हैं.इसके बाद जनवरी-फरवरी में काफी कम संख्या में पर्यटक होते हैं.लेकिन इस साल ट्रेंड बदला है.अक्टूबर से शुरू हुए पर्यटक अभी तक आ रहे हैं. पर्यटन विभाग के अनुसार उदयपुर में होटल और रिसोर्ट 15 जनवरी तक 70-80 फीसदी बुक थे. अभी भी शहर में पर्यटक मौजूद हैं.पर्यटन स्थलों पर लगातार पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई है.


मेवाड़ में मार्च स्पेशल
मेवाड़ में इस बार मार्च और ज्यादा स्पेशल होने वाला है.मार्च में होली सेलिब्रेशन के साथ शुरुआत होगी. सात मार्च को होली है. मेवाड़ की होली बहुत ही खास होती है. शहर के बीच जगदीश मंदिर के चौक में होली खेली जाती है. इसमें देसी के साथ बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक शामिल होते हैं.इसके बाद जी-20 सम्मेलन होगा जो 21-23 मार्च तक होगा.इसके बाद मेवाड़ के फैमस मेवाड़ महोत्सव होगा.इसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही विशेष प्रतियोगिता होती है.होली और मेवाड़ महोत्सव खास होते हैं लेकिन इस बार काफी खास होने जा रहा है.पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि उदयपुर में पर्यटन ट्रेंड बदला है.अब जनवरी में भी बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं.यहीं नहीं मार्च में भी पर्यटकों के लिए इस बार विशेष आयोजन किए जाएंगे.


ये भी पढ़ें


Lalit Modi News: ललित मोदी ने बेटे रुचिर को ‘फैमिली ट्रस्ट’ में बनाया अपना उत्तराधिकारी, ट्वीट कर कही ये बात