Bharatpur News: कहते हैं की अपने लिए तो सभी जीते हैं लेकिन जो दूसरों के लिए जीए वही जिंदगी है. खासकर ऐसा तबका जो ना तो पुरुष है और ना ही महिला बल्कि वह है किन्नर और ऐसे ही किन्नरों की एक अनूठी पहल जिसने सभी को आश्चर्यचकित कर रखा है. जिन्होंने ना केवल हिन्दू मुस्लिम एकता को वल्कि सभी जाती और धर्मों में भाईचारे व आपसी प्रेम को बढ़ावा देने का संदेश भी दिया है. 


राजस्थान के भरतपुर में किन्नरों की नई पहल जो गरीब बेटियों की शादी खुद करवाते हैं और शादी में उन बेटियों को पूरा सामान देते हैं, जिसमें दुल्हन को पहनने वाले सोने चांदी के सभी गहने, घर के लिए फ्रिज, बर्तन, बेड सहित सभी जरूरत का सामान दिया जाता है. गरीब बेटियों की शादी का यह सिलसिला पिछले 10 सालों से लगातार जारी है.


एक ही मंडप में हिंदू-मुस्लिम की शादी
आज भी किन्नर नीतू मौसी ने 10 गरीब बेटियों की शादी करवाई, जहां एक ही मंडप में हिन्दू और मुस्लिम बेटियों की एक साथ शादी करवाई. यहां दस बेटियों में से 9 हिन्दू और 1 मुस्लिम धर्म की है, जहां सभी हिन्दू व मुस्लिम बेटियों की शादी एक साथ एक ही मंडप में करवाई गई, जहां हजारों की संख्या में बाराती व घराती शादी में पहुंचे. शादी में सभी के लिए अच्छी दावत का भी इंतजाम किया गया था. बारात में नीतू किन्नर की शिष्या भी नाचते हुए चल रहे थे. 


बताया गया है की किन्नर परिवार साल भर शहर में घर घर जाकर जितनी भी कमाई करता है, उस पूरी कमाई को उसी साल के अंत में गरीब बेटियों की शादी कराकर खर्च कर दिया जाता है. यहां एक ही मंडप में हिन्दू -मुस्लिम बेटियों की शादी की जाती है और यह एक गंगा जमनी की तहजीब की तरह एकता व प्रेम की मिसाल भी है.


नगर निगम की पार्षद भी रह चुकी है नीतू किन्नर 
किन्नर नीतू मौसी को शहरवासियों ने नगर निगम के पार्षद का चुनाव भी लड़ाया था, जहां बीजेपी ने उनको टिकट भी दे दिया और वह नगर निगम के वार्ड 29 से पार्षद रह चुकी हैं. शहर में किन्नरों की नीतू मौसी अध्यक्ष भी हैं जो सभी किन्नरों को अपने बच्चों की तरह एक ही परिवार की तरह मानकर उनका ध्यान रखती हैं. उनका कहना है की भगवान ने हमारा जीवन तो कुछ अलग तरह का नसीब किया लेकिन हम इस जीवन को सार्थक करने के लिए अच्छे कार्य कर सकें और गरीब बेटियों के हाथ पीले करा सकें. यही हमारे लिए भगवान की वन्दना है.   


अब तक 110 गरीब लड़कियों की कराई शादी 
नीतू किन्नर ने बताया है की आज 11 वां सर्वधर्म वैवाहिक सम्मलेन है. आज तक 110 गरीब कन्याओं की शादी कराई है. नीतू ने बताया है की हर साल हिन्दू और मुस्लिम कन्याओं का विवाह कराया जाता है आज भी 9 कन्या हिन्दू धर्म से है और एक कन्या मुस्लिम धर्म की है. एक ही मंडप में सभी शादिया कराई जाती है.
नीतू मौसी ने बताया है की समाज में किन्नरों को हीन भावना से देखा जाता था तो मैंने सोचा की ऐसा काम करना चाहिए, जिससे मरने के बाद मुझे कोई हीन भावना से नहीं देखे और मैंने सोचा की कन्याओं का सभी जगह पूजन किया जाता है. इसलिए गरीब कन्याओं की शादी कराना शुरू कर दिया. 


'न करें भ्रूण हत्या'
भ्रूण हत्या करने वालों को सन्देश देते हुए नीतू मौसी ने कहा है की कुदरत का संतुलन बिगाड़ रहे है . समाज में इसका जीता जगता उदाहरण है कई घरों में लड़कों की उम्र 30 - 35 वर्ष से ज्यादा है, लेकिन उनकी शादी नहीं हुई है. मैं तो लोगों से यही अपील करती हूं की चाहे एक पैदा करो चाहे दो पैदा करें लेकिन भ्रूण हत्या न करें.


ये भी पढ़ें


Rajasthan Digi Fest 2022: राजस्थान में खुले नौकरियों के द्वार! 250 कंपनियां 3 दिन में देंगी हजारों जॉब्स