Ramgarh Tiger Reserve News: राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी (Bundi) में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (Ramgarh Tiger Reserve) को जल्द ही दो बाघिन (Tigresses) मिलने वाली हैं. इसी महीने बाघिनों की शिफ्टिंग रणथंभौर (Ranthambore) से की जाएगी. जुलाई में एक बाघिन छोड़ी जाएगी जबकि कुछ महीने बाद दूसरी बाघिन छोड़ने का कार्य होगा. राजस्थान के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन (Chief Wildlife Warden) अरिंदम तोमर (Arindam Tomar) ने भी रामगढ़ अभयारण्य में दौरा कर किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया.


अरिंदम तोमर ने यहां टाइगर के लिए बनाए गए एंक्लोजर को देखा. बूंदी रामगढ़ अभयारण्य में चार एकड़ में टाइगर के लिए एंक्लोजर बनाया गया है, जिसे चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने उपयुक्त बताया. उन्होंने ने कहा की मूल रूप से सभी तैयारियां कर ली गई हैं. जल्द ही इसी महीने एक बाघिन छोड़ देंगे. 


अभयारण्य के डीसीएफ संजीव शर्मा ने यह कहा


अभयारण्य के डीसीएफ संजीव शर्मा ने बताया की रणथंभौर में चार-पांच बाघिन ऐसी हैं जिनका मूवमेंट कभी अंदर तो कभी बाहर होता रहता है. उन्हें ही बूंदी लाया जाएगा. उन्होंने कहा, ''हमारा प्रयास है की टाइग्रेस की तीन वर्ष से ऊपर उम्र हो, उसी को यहां छोड़ने का प्रयास है. हालांकि, रामगढ़ में टाइगर टी-115 करीब दो साल से पहले से मौजूद है. टाइग्रेस रिलीज करने के लिए मौसम अभी अनुकूल है. वर्षा शुरू होने के साथ ही तापमान में भी गिरावट आ गई है. टाइग्रेस को ट्रेंक्यूलाइज कर यहां लाने में किसी तरह की कोई परेशानी भी नहीं होगी.''


डीसीएफ संजीव शर्मा ने बताया की रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में प्री-बेस पर्याप्त रूप में है. पहले यहां सांभर और चीतल छोड़े जा चुके हैं. इसके अलावा नीलगाय, जंगली सुअर भी अच्छी खासी तादाद में हैं, जो दो टाइगर के लिए अनुकूल है.


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डीसीएफ शर्मा ने आगे यह कहा


डीसीएफ संजीव शर्मा ने बताया की चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने दौरे के दौरान रामगढ़ अभयारण्य की हरियाली की तारीफ की. साथ ही उन्होंने पिछले दो वर्षों से घूम रहे टी 115 की जानकारी ली. उन्होंने ने एनक्लोजर के पास बड़ी मात्रा में फ़ैल रहे बबूल के पेड़ों को हटाने के निर्देश दिए ताकि बाघिन के पैरों में कांटे न चुभें. उन्होंने पानी सहित अन्य व्यवस्थाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग मजबूती से करने के निर्देश दिए हैं. 


चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने बूंदी रामगढ़ अभयारण्य में नैनवा, जैतपुर, तलवास, तलवास झील, बांद्रा पोल, बांसखोल जंगल, भीमलत जंगल सहित कई जगहों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. 


टाइगर रिजर्व के लिए सृजित इतने पद


प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 125 पद सृजित किए गए हैं. आदेश के अनुसार डीसीएफ संजीव शर्मा को बूंदी के रामगढ़ टाइगर रिजर्व का कार्यभार दिया गया है. बफर एरिया का चार्ज बूंदी डीसीएफ को दिया गया है.


रामगढ़ अभयारण्य में डीसीएफ के पास छह रेंज रहेंगी, इनमें रामगढ़, जैतपुर, केशवरायपाटन, इंद्रगढ़, भोपतपुरा और इटावा रेंज शामिल हैं. इसी तरह रामगढ़ अभयारण्य रिजर्व का बफर एरिया बूंदी डीसीएफ के अधीन 63490.98 हेक्टेयर रहेगा. इसमें बूंदी रेंज का 8978.12 हेक्टेयर, बसोली रेंज का 16256.54 हेक्टेयर और डाबी रेंज का 38256.32 हेक्टेयर शामिल है.


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