Dausa News: राजस्थान के दौसा जिले के आभानेरी गांव के पास 2 साल की बच्ची 200 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरी. घटना गुरुवार सुबह 11 बजे की बताई जा रही है. सूचना मिलने पर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और बच्ची को निकालने के प्रयास शुरू किए. प्रशासन ने मौके पर बोरवेल में सीसीटीवी डाला 100 फीट गहराई में बच्ची नजर आई बच्ची. सीसीटीवी में साफ तौर से देखा जा सकता है कि बच्चे एकदम से सुरक्षित है, हिल- ढुल रही है.
मौके पर पहुंचे प्रशासन ने बताया कि आभानेरी गांव निवासी देवनारायण गुर्जर की बेटी अंकिता सुबह अपने घर के बाहर खेल रही थी. घर के पास से एक ओपन बोरवेल है वहां खेलते हुए अचानक से वह गिर गई. कुछ देर बाद जब बच्ची नहीं दिखी तो घर वालों ने उसकी तलाश की. इसी बीच बोरवेल से बच्चे की रोने की आवाज आई बोरवेल से बच्चे की रोने की आवाज सुनकर घरवालों के हाथ-पैर फूल गए. उन्होंने तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दी, सूचना लगते ही प्रशासन मौके पर पहुंच गया. बता दे कि बच्ची के पिता डूंगरपुर में ठेकेदारी का काम करते है. इधर, घर के बाहर खड़ी मासूम की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. मा बार बार भगवान से प्रार्थना कर रही है कि बेटी अंकित सकुशल बाहर निकाल ली जाए. आस-पड़ोस के लोग और रिश्तेदार उसे हिम्मत बंधा रहे हैं.
SDRF की टीम कर रही है रेस्क्यू ऑपरेशन
सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा, सिविल डिफेंस सहित अन्य रेस्क्यू दल को मौके पर बुलाया गया. मामला गंभीर होने पर मौके पर एसडीआरएफ भी एक टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान चलाया. टीम ने पहले बोरवेल में कितने नीचे बच्ची फसी हुई थी उसे जांचा, जहां पता चला कि 100 फीट नीचे जाकर बच्ची बोरवेल में फंसी हुई थी. मौके पर टीम ने बच्ची को निकालने के प्रयास शुरू किए, रेस्क्यू के दौरान अचानक से तेज बारिश होने की वजह से रेस्क्यू को रोकना पड़ा. बच्ची के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा बोरवेल में डाला गया है. कैमरा दिखते ही बच्ची ने उसे पकड़ने की भी कोशिश की. इधर, जैसे ही मां को पता चला तो वह भी उसे देखने मौके पर पहुंच गई. रेस्क्यू टीम ने बताया कि बच्ची मूवमेंट कर रही है और कैमरे को पकड़ने की भी कोशिश की.
आज ही मिट्टी भरने के लिए खोला था ढक्कन
बोरवेल में फंसी बच्ची अंकिता के दादा कमल सिंह ने बताया कि गांव में यह बोरवेल 2 साल पहले खोदा गया था. लेकिन वह थोड़े पानी के बाद सूखा निकला, तब से इस बोरवेल पर प्रशासन और गांव के लोगों ने ढक्कन लगाकर छोड़ दिया था. ग्रामीणों और पंचायत के लोगों ने बुधवार को रणनीति बनाई, की गुरुवार सुबह इसको खोलकर इसमें मिट्टी भर ली जाएगी ताकि यह बोरवेल पूरा बंद कर दिया जाए. लेकिन आज मैंने ही मिट्टी भरवाने के लिए इस बोरिंग के ढक्कन को खोला था. करीब 11 बजे तक बोरवेल में 100 फिट मिट्टी भर दी गई थी. बोरवेल करीब 200 फीट का था. 100 मिट्टी डालने के बाद में आराम करने चला गया पीछे से पोती अंकिता खेलते हुए आई और उसके पास पहुंची और वह सीधा नीचे चली गई.
जेसीबी से खोदा जा रहा है 100 फीट गड्ढा
प्रशासन ने बोरवेल में कैमरा डालकर यह स्पष्ट कर दिया है कि बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित है, कैमरे को बार-बार में पकड़ रखी है बच्ची लगातार मूवमेंट करने से हम ने राहत की सांस ली है. लेकिन मासूम को निकालने के लिए जेसीबी के माध्यम से बोरिंग के पास में ही एक बड़ा सारा गड्ढा खोदा जा रहा है. जहां करीब 100 फीट तक गड्ढा खोदा जाएगा. लगातार दो जेसीबी गड्ढे को खोदने का काम कर रही है ताकि मासूम को निकाला जा सके. एसडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू करने वाले जवानों ने बताया कि एक बार बारिश आने की वजह से रेस्क्यू रोकना पड़ा था. बोरवेल पर कपड़ा ढककर ग्रामीणों ने पानी जाने से रोका, कोशिश यही है कि बरसात नहीं हो वरना रेस्क्यू में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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