Udaipur News: यूनिवर्सिटी में शुरू होगा स्ट्रेस मैनेजमेंट डिप्लोमा, स्टूडेंट्स की आत्महत्या रोकने को उठाया कदम
Rajasthan: एक्पर्ट ने कहा कि स्टूडेंट की काउंसलिंग जरूरी है क्योंकि कई बार बच्चा कुछ और करना चाहता है पर प्रेशर के कारण किसी अन्य विषय में प्रवेश ले लेता है. इससे उसका डिप्रेशन बढ़ता जाता है.
Rajasthan News: देश में कोचिंग हब कहे जाने वाला कोटा अब आत्महत्या का गढ़ बन गया है. दिसंबर महीने में 30 दिनों के अंदर 8 बच्चों ने यहां आत्महत्या की है. सभी बच्चे यहां कोचिंग कर रहे थे. सिर्फ कोटा ही नहीं स्टूडेंट्स के पढ़ाई से संबंधित देशभर में आत्महत्याओं के कई मामले होते दिख रहे हैं. ऐसे में आत्महत्या के रोकथाम के लिए उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में एक कोर्स शुरू होने जा रहा है. यह तीन महीने का कोर्स होगा जिसका नाम स्ट्रेस मैनेजमेंट है. यह सर्टिफिकेट कोर्स होगा जिसे किसी भी ब्रांच का स्टूडेंट्स कर पाएगा. इसके लिए साइकोलॉजी विभाग ने तैयारी कर ली है.
बच्चों की काउंसलिंग जरूरी
मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के साइकोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो कल्पना जैन ने बताया कि मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी ने इसे एक काउंसलिंग के रूप में शुरू कर दिया है. बच्चों की डिमांड रहेगी तो तीन माह का स्ट्रेस मैनेजमेंट का सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किया जाएगा. स्टूडेंट की काउंसलिंग जरूरी है. क्योंकि कई बार देखा जाता है कि बच्चा कुछ और करना चाहता है और प्रेशर के कारण किसी अन्य विषय में प्रवेश ले लेता है. इससे उसका डिप्रेशन बढ़ता जाता है और नकारात्मक भाव आने लगते हैं. इन्हीं को दूर करने के लिए स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जाएगी.
अन्य विवि में भी होगी शुरुआत
इसमें किसी भी विषय को पढ़ रहा छात्र इस सर्टिफिकेट कोर्स को कर सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में तो इसकी शुरुआत कर दी गई है. इस कोर्स के करने पर बच्चों में एक कॉन्फिडेंस आएगा और वह अन्य बच्चों को भी जागरूक कर पाएगा.मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो आईवी त्रिवेदी ने बताया कि यूजीसी ने भी इस गम्भीर विषय पर दिशा निर्देश जारी किए हैं. इसी को लेकर मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में कोर्स की शुरुआत कर दी गई है. अब बांसवाड़ा जिले में स्थित गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय में भी इसकी शुरुआत की जा रही है. इस कोर्स से बच्चों को काफी मदद मिलेगी.