Udaipur Weather Update: दूसरे दिन भी कोहरे की चादर में लिपचा चपेट में उदयपुर,सोमवार को नहीं हो पाई थी कोई उड़ान
Rajasthan News: कोहरे की वजह से जरूरी वस्तुओं के वाहन भी काफी देरी से पहुंचे. जहां घरों में रोजाना 7 बजे दूध की सप्लाई हो जाती थी, वह सप्लाई डेढ़ घंटे लेट रही. सब्जियों के वाहन भी देरी से मंडी में आए.
उदयपुर: एक हफ्ते पहले कड़ाके की ठंड ने सभी के ठिठुरने की ठंड के बाद दूसरे दिन भी उदयपुर शहर कोहरे की चपेट में रहा.बड़ी बात यह है कि सोमवार को तो विजिबिलिटी 500 मीटर तक थी. लेकिन मंगलवार सुबह तो 10 मीटर दूर बात भी कुछ नजर नहीं आ रहा था.हाइवे की बात करें तो कोहरे की वजह से वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई थी.मौसम विभाग भी राजस्थान में मावठ की संभावना जता चुका है,तो मावठ से पहले कोहरे ने दस्तक दे दी है.
शहरों में ऊंचे घर होने के कारण कोहरा असर नहीं कर पाया. लेकिन जैसे ही खुले में आ रहे थे तो भयंकर कोहरा छाया हुआ था.पहाड़ी की ऊंचाई से तो उदयपुर शहर दिखाई भी नहीं दे रहा था.बता दें कि सोमवार को भी कोहरा होने के कारण उदयपुर एयरपोर्ट पर सुबह की सभी 5 फ्लाइट को रद्द कर दिया गया था.यही नहीं एक फ्लाइट तो काफी देर तक हवा में ही उड़ती रही.सोमवार से ज्यादा कोहरा मंगलवार को छाया हुआ है.इसी कारण आज भी फ्लाइट रद्द हो सकती है.
दूध, सब्जी, स्कूल बस सब लेट
कोहरे के कारण शहर में जरूरी वस्तुओं के वाहन भी काफी देरी से पहुंचे.जहां घरों में रोजाना 7 बजे दूध की सप्लाई हो जाती थी, वह सप्लाई डेढ़ घंटे लेट रही.यहीं नहीं,सब्जियों के बाहर से आने वाले वाहन भी मंडी में सुबह आठ बजे बाद पहुंचे जबकि 6 बजे तक पहुंच जाते हैं.इसके अलावा बच्चों को स्कूल छोड़ने वाली बाल वाहिनियां भी लेट रहीं.
आठ दिन बाद फिर ठंड
उदयपुर में घटते तापमान की बात करें तो यहां 16 जनवरी को आस-पास दो-तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड गिरी थी.महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में रिकॉर्ड हुए तापमान के अनुसार 16 जनवरी को -4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. यह पिछले 50 साल का रिकॉर्ड है. इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी हुई और मिनिमम तापमान 9 डिग्री तक भी पहुंचा.इसका बाद सोमवार से ठंड अचानक बढ़ गई.मौसम विभाग भी राजस्थान में मावठ की संभावना जता चुका है.
पिंडवाड़ा हाइवे पर सुबह ही छाया घना कोहरा
उदयपुर शहर से गुजरने वाले पिंडवाड़ा हाइवे पर सुबह घना कोहरा छाया हुआ रहा.विजिबिलिटी भी काफी कम रही.बाइक पर हाथ जमने और जलन वाली ठंड महसूस हुई.यहीं नहीं सूरज निकलने के बाद भी कोहरा छाया रहा.इसी कारण रात तो ठीक,धूप निकलने के बाद भी गांव में बच्चे अलावा के पास बैठे नजर आए.