Urs In Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान (Rajasthan) की धार्मिक नगरी अजमेर (Ajmer) में स्थित विश्व प्रसिद्ध गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Chishti) की दरगाह में 811वां सालाना उर्स परवान पर है. शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) अजमेर उर्स (Ajmer Urs 2023) में शिरकत करने पहुंचेंगे. वे यहां ख्वाजा की मजार पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की तरफ से भेजी गई चादर पेश करेंगे. इससे पहले उर्स के पहले जुमे की नमाज अदा की जाएगी. देश-दुनिया से हजारों जायरीन दरगाह पहुंचे हैं. नमाज के बाद सीएम का दरगाह पहुंचने का कार्यक्रम है.


सीएम गहलोत अजमेर में रूकेंगे एक घंटा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को दोपहर 3 बजे अजमेर पहुंचेंगे. वह करीब एक घंटे का वक्त अजमेर में बिताएंगे. आज ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की चादर भी पेश की जाएगी. राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी कांग्रेस की चादर लेकर आएंगे. इस दौरान राजस्थान प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे. सीएम शाम 4 बजे पुन: जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे. सीएम के दौरे को लेकर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. मुख्यमंत्री के आने पर दरगाह बाजार में वन-वे ट्रैफिक रहेगा.


रक्षामंत्री की चादर भी करेंगे पेश
उर्स के दौरान जुमे के दिन ही केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चादर भी पेश की जाएगी. रक्षा मंत्री ने दरगाह कमेटी उपाध्यक्ष मुनव्वर खान, हाजी मोहम्मद रफीक, हनीफ खान, सूफी बेतूल मीनाई को चादर सौंपकर भेजा है. रक्षा मंत्री के विशेष कार्याधिकार प्रभात त्रिपाठी के मुताबिक, चादर पेश करने के बाद बुलंद दरवाजे पर रक्षा मंत्री का संदेश पढ़ा जाएगा. अजमेर उर्स में अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा जायरीन आए हैं. विश्राम स्थली में 400 से ज्यादा वाहनों के अलावा ट्रेनों से जायरीन पहुंचे हैं.


डेढ़ लाख से ज्यादा जायरीन पहुंचे दरगाह
पाकिस्तान, बांग्लादेश और देश-दुनिया के अन्य स्थानों से भी जायरीन जियारत के लिए यहां आए हैं. यह सभी जायरीन आज उर्स के जुमे की नमाज अदा करेंगे. आज शहर काजी तौसीफ अहमद सिद्दीकी नमाज अदा करवाएंगे. दरगाह की शाहजहांनी मस्जिद, अकबरी मस्जिद, दरगाह बाजार समेत आसपास के इलाकों में हजारों जायरीन और धर्मावलंबी नमाज अदा कर मुल्क में अमन, चैन और भाईचारे की दुआ मांगेंगे. जायरीन की आवाजाही का सिलसिला 29 जनवरी को छठी की रस्म तक जारी रहेगा. कई जायरीन शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा कर लौट जाएंगे.



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