Pushkar Mandir: जोशीमठ को आपदा से मुक्त कराने के लिए ब्रह्माजी की शरण में पहुंचे उत्तराखंड CM पुष्कर धामी, की प्रार्थना
Joshimath Sinking: सीएम धामी का बीते सात साल में यह दूसरा पुष्कर दौरा था. वह साल 2016 में पुष्कर आए थे. उस वक्त उत्तराखंड की सरकार में बगावत हो गई थी. तब विधायकों के साथ सीएम ने पड़ाव किया था.
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Cm Pushkar Singh Dhami In Pushkar: उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) अपने एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को टेंपल सिटी पुष्कर (Temple City Pushkar) पहुंचे. यहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर (Brahma Temple) में दर्शन कर पूजा-अर्चना और आरती की. उन्होंने जगतपिता ब्रह्माजी से जोशीमठ को प्राकृतिक आपदा से मुक्त करने की प्रार्थना की. इस दौरान पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) भी उनके साथ थे.
मंदिर के पुजारी ने उत्तराखंड के सीएम का किया स्वागत
मंदिर पुजारी कृष्णगोपाल वशिष्ठ ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का शॉल ओढ़ाकर और चित्र भेंट कर स्वागत किया. इस मौके पर अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी, पुष्कर के विधायक सुरेश रावत, पुष्कर पालिका के अध्यक्ष कमल पाठक, अजमेर नगर निगम के उपमहापौर नीरज जैन व अन्य नेताओं ने राजस्थानी परंपरा अनुसार सीएम धामी का स्वागत किया. इस मौके पर उत्तराखंड धर्मशाला में पर्वतीय समाज के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एसएस तडागी के नेतृत्व में समाज के लोगों ने पर्वतीय परंपरा के अनुसार टोपी व चुनरी ओढ़ाकर सीएम का स्वागत किया.
उत्तराखंड के लिए महत्वपूर्ण है जोशीमठ
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जोशीमठ धार्मिक और पौराणिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है. यहां भगवान बद्री विशाल (Badrinath) का शीतकालीन निवास होता है. जोशीमठ में ही आदि शंकराचार्य (Adi Shankaracharya) ने पहला मठ स्थापित किया था. इसके पुर्नरुद्धार का प्रयास कर रहे हैं. प्राकृतिक आपदा को लेकर जोशीमठ से सरकारी कार्यालय, होटल समेत करीब 270 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है. जोशीमठ के पुर्नरुद्धार के लिए केंद्र व राज्य सरकार दीर्घकालीन योजना पर विचार कर रही है. सरकार ने आठ कमेटियों का गठन किया है. क्षेत्र में सर्वे का कार्य जारी है. सर्वे और कमेटियों की रिपोर्ट आने के बाद जोशीमठ काे पहले की भांति तैयार करवाया जाएगा.
नहीं कर सके सरोवर पूजन
सीएम धामी का वराह घाट पर पुष्कर सरोवर पूजन करने का कार्यक्रम भी था. लेकिन, समय की कमी होने से वह सरोवर पूजा नहीं कर सके. दौरे के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन ने सरोवर जाने वाले मार्ग और घाट पर सुरक्षा इंतजाम किए थे. पर्वतीय क्षेत्र के पुस्तैनी पुरोहित सतीशचंद तिवाड़ी भी सरोवर पूजन के लिए परिवार सहित घाट पर मौजूद थे. इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों ने पुरोहित परिवार को ब्रह्म घाट पर बुलाया. फिर संदेश मिला कि सीएम उत्तराखंड धर्मशाला गए हैं. यह खबर मिलने के बाद पुरोहित अपने साथ पुस्तैनी बही लेकर धर्मशाला पहुंचे. वहां सीएम धामी को बही में लिखे पूर्वजों के नाम बताकर आशीर्वाद दिया.
पुष्कर का सात साल में दूसरा दौरा
सीएम धामी का बीते सात साल में यह दूसरा पुष्कर दौरा था. इससे पहले वह साल 2016 में पुष्कर आए थे. उस वक्त उत्तराखंड में तत्कालीन कांग्रेस शासित मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार में बगावत हो गई थी. तब बीजेपी विधायकों के साथ मौजूदा सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुष्कर आकर यहां उत्तराखंड धर्मशाला में ही पड़ाव किया था. उस वक्त वे खटीमा विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे.
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