Rajasthan: वागड़ में एक फरवरी से शुरू होगा आदिवासियों का 'महाकुंभ', मेले में तीरंदाजी सहित होंगी कई प्रतियोगिताएं
Dungarpur: डूंगरपुर जिले में स्थिति बेणेश्वर धाम में एक से पांच फरवरी तक आदिवासियों के महाकुंभ का आयोजन होगा. इसमें 1-5 फरवरी तक 11 इवेंट होंगे, जिसमें हजारों लोग भाग लेंगे.
Rajasthan News: राजस्थान में वागड़ का प्रयागराज (Prayagraj) कहे जाने वाले डूंगरपुर (Dungarpur) जिले में स्थिति बेणेश्वर धाम में एक फरवरी से मेले या कहे आदिवासियों का महाकुंभ शुरू होने जा रहा है, जो 11 फरवरी तक चलेगा. इसमें लाखों की संख्या में लोगों पहुंचेंगे जिसके लिए जिला प्रसाशन ने तैयारियां लगभग पूरी कर ली है. इस मेले में झूले, खेल प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य कार्यक्रम होंगे. खास बात यह है कि इस मेले में 4 और 5 फरवरी को विशेष दिन होने के कारण लाखों लोग पहुंचेंगे. इसके लिए भी अत्यधिक बसों सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं.
मेले के लिए एक हजार दुकानें लगाई जाएंगी जिसके लिए कोई भी 1 फरवरी तक आवेदन कर सकता है. इसके लिए A-Z तक अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं. यही नहीं बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है. यहां 700 पुलिसकर्मी तैनात होंगे. साथ ही 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए 17 अलग-अलग पॉइंट निर्धारित किए गए हैं. 4-5 फरवरी को विशेष होने के कारण अत्यधिक 10 बसों का लगाया जाएगा.
मेले में होंगी ये खेल प्रतियोगिताएं
जिला खेल अधिकारी रमेश माहेश्वरी ने बताया कि मेले में कई विशेष कार्यक्रम किए जाएंगे. इसमें 1-5 फरवरी तक 11 इवेंट होंगे. एक फरवरी को एथेलिटिक्स और सतोलिया, 2 फरवरी को तीरंदाजी, गिडाडोट प्रतियोगिता, 3 फरवरी को वॉलीबॉल, रस्साकशी प्रतियोगिता जिसमें विदेशी महिला भी शामिल होंगी. चार फरवरी को मटका दौड़ केवल महिलाओं के लिए इसमें स्थानीय व विदेशी महिला शामिल होगी. आकर्षक भजन मंडली कार्यक्रम केवल आदिवासी भक्त व संतों के लिए होगी. भजन मंडली के प्रत्येक ग्रुप में 15 सदस्य होना अनिवार्य है. 5 फरवरी को साफा बांधों प्रतियोगिता केवल पुरुष वर्ग के लिए होगी. बागड़ श्री व वागड़नी रुपारी प्रतियोगिता भी होगी. इसमें विजेता को नकद पुरस्कार दिया जाएगा. भजन प्रस्तुति देने वाले प्रत्येक सदस्य को अपनी वेशभूषा व वाद्ययंत्रों के साथ आना अनिवार्य है. विजेता को 21 हजार रुपये तक का इनाम दिया जाएगा.