Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रदेश के बिपरजॉय प्रभावित इलाकों का दौरा किया था. वहीं अब इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सीएम गहलोत पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के हवाई दौरों से किसी का पेट भरने वाला नहीं है, उन्हें चक्रवात प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत भी प्रदान करनी चाहिए.


वसुंधरा राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री को ही नहीं आम लोगों को भी बिपरजॉय तूफान से होने वाली तबाही का पूर्वाभास था. इसके बावजूद मुख्यमंत्री अलर्ट नहीं हुए. नतीजा यह हुआ कि कई लोगों की मौत हो गई. भारी तादाद में पशु धन नष्ट हो गया. गांव के गांव जलमग्न हो गए, सम्पर्क सड़कें टूट गईं. लोगों के घर ढह गए. लोगों के पास राशन खत्म हो गया. इतना सब होने के बाद भी सीएम लोगों तक राहत पहुंचाने के बजाय सिर्फ हवाई दौरे कर आहत परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे है.


'आश्वासन नहीं राशन दें'
उन्होंने आगे कहा, "बिपरजॉय चक्रवात से जिन-जिन परिवारों को नुकसान हुआ है, सरकार उन्हें तत्काल राहत प्रदान करे. सरकारी खाना पूर्ति बाद में होती रहेगी, लेकिन जहां लोगों के भूखे मरने की स्थिति है वहां राशन पहुंचाए. सर्वे का इंतजार कर प्रभावित लोगों को अपने हाल पर छोड़ देना उनके साथ सरासर अन्याय है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि शासन सिर्फ आश्वासन नहीं, लोगों को राशन दें."


'गुजरात में हुआ बेहतर काम'
उन्होंने कहा कि गुजरात की बीजेपी सरकार ने बिपरजॉय से होने वाली बरबादी की आशंका भांप करीब सवा लाख लोगों और 20 हजार पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. जबकि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया, जिसका नतीजा यह हुआ कि गुजरात में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई, जबकि राजस्थान में सरकारी आंकड़े के मुताबिक 17 लोग मारे गए. जबकि हकीकत में मरने वालों की संख्या इससे भी कहीं ज्यादा होगी.


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