Rajasthan Congress New In Charge: गुजरात-हिमाचल के विधानसभा चुनाव के परिणाम ठीक पहले कांग्रेस ने अपनी पार्टी में एक बड़ा फेरबदल किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों में नए प्रभारी नियुक्त किए है. कांग्रेस में नई नियुक्तियों के संबंध में महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र भी जारी किया है. सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान का नया इंचार्ज बनाया गया है. आइए जानते हैं उनके बारे में.


कौन हैं सुखजिंदर सिंह रंधावा


पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद जो नाम सबसे ज्यादा चर्चाओं में आया था वो नाम था सुखजिंदर सिंह रंधावा का..काफी दिनों तक ये नाम पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए चर्चाओं में रहा. हालांकि फिर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में तीन बार विधायक रहे रंधावा को कैबिनेट में जेल और कॉपरेशन मंत्री भी बनाया गया था.


यहीं नहीं उन्होंने पंजाब सरकार में मंत्री रहते हुए भी कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ मोर्चा खोला था. इसके अलावा गुरदासपुर के रहने वाले रंधावा पंजाब कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. उनके पिताजी संतोख सिंह दो बार पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं. सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजनीति विरासत में मिली है. वो एक ऐसे परिवार से आते है जिनकी तीन पीढियां कांग्रेस में ही रही है. रंधावा ने अपने पिता के साथ रहकर राजनीति की बारीकियां सीखीं है. रंधावा की पहचान एक आक्रामक नेता के तौर पर ही रही है. 2015 में गुरू गंथ साहिब की बेअदबी के मामले में पुलिस फायरिंग में मरे 2 युवकों की मौत के मामले में रंधावा ने बादल परिवार के खिलाफ आवाज उठाई थी.


सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान का प्रभारी नियुक्त किया गया है तो कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है. वहीं शक्ति सिंह गोहिल को दिल्ली के अलावा अब हरियाणा का भी प्रभारी बनाया गया है. राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. तो गुरदीप सप्पल को पवन बंसल के साथ लगाया गया है.


सुखजिंदर सिंह रंधावा से पहले राजस्थान में अजय माकन प्रभारी थे, 25 सितंबर को राजस्थान में हुए सियासी घटनाक्रम, विधायकों के इस्तीफे और विधायक दल की बैठक नहीं होने के बावजूद इसके जिम्मेदार नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण आहत होकर राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उन्हें राजस्थान के प्रभारी पद से पद मुक्त करने की अपील की थी. जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने स्वीकार कर लिया है.