Bharatpur: आशिक के साथ मिलकर पहले की पति की हत्या फिर रखा करवा चौथ का व्रत, बचने के लिए अपनाए ये हथकंडे
भरतपुर में प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करनेवाली पत्नी का राज खुलता जा रहा है. मृतक पवन शर्मा की बहन ने बताया है कि भाभी रीमा टीवी पर सिर्फ क्राइम पेट्रोल देखा करती थी.
Bharatpur Crime News: भरतपुर में आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या करने वाली पत्नी अक्सर क्राइम पेट्रोल (Crime Patrol) देखा करती थी. पवन हत्याकांड में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार 29 मई की रात से पवन शर्मा गायब हो गया था. मृतक पवन की बहन अंजना ने बताया कि भाभी रीमा टीवी पर सिर्फ क्राइम पेट्रोल देखती और अपने कमरे में किसी को भी अंदर नहीं जाने देती. बाहर निकलने पर कमरे में ताला लगाकर जाती. 29 मई को पवन की हत्या करने के बाद भी भाभी सामान्य तरीके से रहती थी. कोई झिझक, शर्म या डर चेहरे पर नहीं था. भाई पवन के बारे में पूछने पर रीमा मुंह बनाकर हट जाती थी.
प्रेमी संग पति की हत्या करनेवाली पत्नी निकली शातिर
रीमा ने 30 मई को पति की लंबी उम्र के लिए बड़ अमावस्या और करवा चौथ का व्रत रखा. 16 श्रृंगार कर मांग में सिंदूर भरा और घर में बनी खीर पूड़ी परिजनों के साथ खाई. घर में रहने के दौरान रीमा ने किसी को अपने ऊपर शक नहीं होने दिया. 13 अक्टूबर को भी पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखा. मृतक के पिता हरप्रसाद ने बताया कि 29 मई को पवन की गुमशुदगी के बाद बहू रीमा पुलिस में मामला दर्ज कराने से रोकती रही. परिजनों से पवन के बाहर काम पर चले जाने का बहाना बनाती. परिजनों को कहती कि पुलिस में मामला दर्ज कराने से पवन फंस जायेगा.
परिजनों की खोजबीन के बावजूद पवन का अता पता नहीं चला. थक हारकर हरप्रसाद ने चिकसाना थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी. तफ्तीश के दौरान 16 अक्टूबर को प्रेमी भागेन्द्र उर्फ भोला प्रेमिका रीमा से मिलने रात में पहुंच गया. रीमा के कमरे से आवाज आने पर हरप्रसाद शर्मा को शक हुआ. झांकने पर लापता पवन के पिता को भागेन्द्र और रीमा आपत्तिजनक स्थिति में नजर आए. प्रेमी-प्रेमिका आपस में बात कर रहे थे.
वारदात के महीनों बाद घर में किसी को नहीं हुआ शक
दोनों कह रहे थे कि वारदात के महीनों बाद अभी तक किसी को शक नहीं हुआ और आगे भी कुछ नहीं होगा. प्रेमी-प्रेमिका की बात सुनकर हरप्रसाद ने चुपचाप कमरे का ताला बाहर से लगा दिया. बाहर से ताला बंद पाकर प्रेमी ने पिता को फोन कर बुला लिया. पिता परिजनों से मारपीट कर जबरदस्ती भागेन्द्र उर्फ भोला को छुड़ाकर ले गए. घटना के बाद हरप्रसाद ने पुलिस से दोनों पर बेटे को ठिकाने लगाने का शक जताया. पुलिस ने हरप्रसाद के शक जताने पर प्रेमी और प्रेमिका को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि 29 मई की रात पवन जाग गया था.
जागने पर पवन ने दोनों को साथ पाकर विरोध किया. विरोध करने पर पत्नी और प्रेमी ने पति की गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद शव को पास की नहर में ठिकाने लगा दिया. पति की हत्या करने में प्रेमी भागेन्द्र का एक दोस्त दीप सिंह भी शामिल था. बताया गया है कि दीप सिंह उत्तर प्रदेश के एटा जिले का रहनेवाला है. दीप सिंह ने पवन के शव को ठिकाने लगाने में साथ दिया था. पुलिस भागेन्द्र के दोस्त दीप सिंह को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इससे पहले चिकसाना पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए पत्नी और प्रेमी भागेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया था.