Rajsamand News: जिस पैंथर की दहाड़ से भाग खड़े होते हैं लोग महिला ने उसके बांधी राखी, देखें Viral Video
दरअसल घटना राजसमंद जिले के पारड़ी गांव की है. पारड़ी से ननाणा गांव के बीच तीन साल का मादा पैंथर सड़क पर आ गई.
Rajsamand News: पैंथर जिसकी दहाड़ सुनकर ही लोग भाग खड़े हो जाते हैं और अगर भाग नहीं पाते हैं तो उसके हाथों शिकार हो जाते हैं. लेकिन राजस्थान के राजसमंद जिले में एक चौंकाने वाली घटना हुई. यहां एक महिला ने तेंदुए को राखी बांधी और रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया. यही नहीं तेंदुए ने भी कुछ नहीं किया और चुप चाप बैठा रहा. ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जो देखते ही देखते वायरल हो गया. बाद में वन विभाग की टीम पहुंची तो सामने आया कि मादा पैंथर है जो घायल है.
दरअसल घटना राजसमंद जिले के पारड़ी गांव की है. पारड़ी से ननाणा गांव के बीच तीन साल का मादा पैंथर सड़क पर आ गई. मादा पैंथर के प्राइवेट पार्ट पर गहरा घाव होने से कीड़े पड़ गए. यह कीड़े मादा पैंथर के पेट तक पहुंए गए. ऐसे में मादा तेंदुआ काफी कमजोर हो गई. पैंथर की शारीरिक क्षमता विल्कुल भी समाप्त हो गई.
कमजोरी के कारण नहीं की हलचल
घायल पैंथर रोड पर आने पर आस-पास के कई ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. ज्यादा कमजोरी के कारण पैंथर ग्रामीणों पर हमला करना या गुर्राना आदि किसी प्रकार की कोई हलचल नहीं कर रही थी. ऐसे में ग्रामीणों का भय खत्म हो गया. एक महिला ने राखी का त्योहार होने पर घायल पैंथर के आगे के पांव पर राखी बांध दी. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.
राजस्थान के राजसमंद जिले में चौंकाने वाली बात सामने आई है यहां पर एक महिला ने रक्षाबंधन के त्यौहार पर खूंखार पैंथर को राखी बांधी लेकिन पेंटर ने कोई हमला नहीं किया. pic.twitter.com/saYWsIPuZM
— vipin solanki (@vipins_abp) August 13, 2022
उपचार के दौरान हुई मौत
वहीं सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. पैंथर का रेस्क्यू करके टेगी वन चौकी लेकर गए. तेंदुए की ज्यादा तबीयत खराब होने पर राजसमंद गश्ती दल को सूचना दी गई. दोपहर राजसमंद टीम मौके पर पहुंची. घायल पैंथर को राजसमंद लेकर आई. डीएफओ विनोद रॉय ने बताया कि पैंथर की तबीयत खराब थी. शिकार में असक्षम था. गुरुवार देर रात को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. वन्यजीव के साथ राखी बांधना आदि नहीं करना चाहिए था.
राखी बांध स्वस्थ होने की कामना की
मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि रक्षाबंधन का पावनपर्व स्वयं में ये संदेश देता है कि रक्षा करना, आज के इस समय में हम जितनी प्रकृति की रक्षा करते हैं. उतनी ही प्रकृति हमारी रक्षा करेगी. एक महिला ने तेंदुए के रक्षासूत्र बांधकर शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई.
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