Udaipur News: भारत की गौरवशाली और प्राचीन संस्कृति का हिस्सा योग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है. लाइफस्टाइल का अभिन्न अंग बन चुके योग का महत्व कोरोना ने और बढ़ा दिया है. योग स्वास्थ्य समस्याओं को दूर भगाने, इम्युनिटी बूस्ट करने, तनावमुक्त बनाने और अकेलापन दूर करने में एकमात्र मजबूत साथी बन कर उभरा है.


दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) हर वर्ष 21 जून को मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लोगों को योग-आसन, ध्यान-प्राणायाम से मिलने वाले फायदों की जानकारी दी जाती है. योग सिखाने के लिए केंद्रों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. उदयपुर में एक योग केंद्र रिकॉर्ड बनाने वाला है. होली-दीपावली (Holi-Diwali) पर योग सीखनेवालों को छुट्टी नहीं दी जाती है. कर्फ्यू के दौरान भी योग केंद्र खुला रहता है. 


485 दिनों से लगातार चल रहा है योग केंद्र


योग केंद्र मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (Mohanlal Sukhadia University) की तरफ से संचालित किया जा रहा है. समन्वयक डॉ दीपेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि योग केंद्र करीब 485 दिन से लगातार चल रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में योग केंद्र विभाग की तरफ से एक-एक माह का केंद्र लगाया जाता था. बीच में योग केंद्र को बंद कर दिया गया. दोबारा खोलने की लोगों की तरफ से मांग होने लगी. योग केंद्र विभाग फैकल्टी का मानना था कि दोबारा शुरू होने पर छुट्टियां नहीं रखेंगे. 19 अक्टूबर 2021 को योग केंद्र की दूसरी बार शुरुआत हुई. उसके बाद से अब तक होली, दीपावली, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस सहित अन्य किसी भी त्योहार पर छुट्टी नहीं रखी गई. 




फैकल्टी और पूर्व छात्रों की मिल रही मदद


उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय डिप्लोमा से लेकर एमए और पीएचडी भी कराया रहा है. करीब 150 स्टूडेंट और 25 फैकल्टी है. पूर्व स्टूडेंट भी योग केंद्र को संचालित करने में मदद कर रहे हैं. फैकल्टी और प्रशिक्षित ट्रेनर बने स्टूडेंट योग कराते हैं. कम से कम 40 लोग रोजाना आते हैं. योग सीखनेवालों में ज्यादातर 60 साल से ऊपर के व्यक्ति हैं. 


500 दिन पूरे होने का किया जा रहा इंतजार


योग केंद्र विभाग के समन्वयक डॉ दीपेंद्र सिंह चौहान कहा कि योग केंद्र के लगातार चलने की खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुकी है. लोगों ने कहा कि आप रिकॉर्ड बना रहे हो. फिर रिकॉर्ड के लिए अप्रोच करना शुरू किया. 500 दिन पूरे होने पर रिकॉर्ड के लिए संस्थाओं को बुलाया जाएगा.


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