Jaipur: राजस्थान (Rajasthan) में विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में सरकार हर तरफ से जनता को रिझाने के लिए नित नए प्रयोग कर रही है. वहीं चुनावों के बीच गुजरात से लेकर राजस्थान तक बेरोजगार युवाओं का गुस्सा देखने को मिल रहा है. एकीकृत महासंघ के बैनर तले पिछले 18 दिनों से गुजरात में प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवा अब राजस्थान में भी सड़कों पर उतर आए हैं. बांसवाड़ा (Banswara) जिले में युवाओं ने रैली निकाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. यहीं नहीं युवाओं ने सरकार को विधानसभा चुनाव को लेकर भी चेतावनी दी. बता दें कि बेरोजगार युवाओं द्वारा यह प्रदर्शन रीट (REET) भर्ती परीक्षा में लेवल-2 के पदों को कम करने के लिए किया जा रहा है.
सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
रीट संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों युवा बांसवाड़ा में प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे. रैली निकाल कर युवा कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां धरने पर बैठ गए. यहां उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एक अभ्यर्थी जसवंत सिंह ने कहा कि पेपर लीक प्रकरण में पहले लेवल-2 रीट की परीक्षा रद्द की गई. फिर सरकार ने पद जारी किए उसमें लेवल-2 में अतिरिक्त पद जारी करने की घोषणा की लेकिन जब नोटिफिकेशन जारी हुआ तो पदों को कम कर दिया गया.
सरकार ने कम की रीट लेवल-2 में पदों की संख्या
उन्होंने कहा कि लेवल-2 के युवाओं के साथ कुठाराघात किया गया है, इसका जवाब युवा आगामी विधानसभा चुनाव में देंगे. उन्होंने कहा कि लेवल-2 के 6000 पद कम किये गए, सरकार 6 सीटें नहीं जीत पाएगी. दरअसल सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 46500 पदों पर रीट की भर्ती जारी की. इसमें लेवल-1 के पदों को 6000 बढ़ाकर 21000 कर दिया गया लेकिन लेवल-2 के पदों को 6 हजार कम कर 25500 कर दिया गया. इससे युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा. पहले सोशल मीडिया पर #लेवल-2 के पद 32000 करो ट्रेंड किया और फिर युवा सड़कों पर उतर आए.
गुजरात में 18 दिन से प्रदर्शन कर रहे युवा
बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले राजस्थान के सैकड़ों युवा गुजरात के अहमदाबाद में धरने पर बैठे हुए हैं. 2 अक्टूबर को उन्होंने डांडी यात्रा निकाली और फिर अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात दौरे पर थे तब उनका घेराव किया गया. युवाओं को दो बार पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया. युवाओं का कहना है कि हम बेवजह मांगे नहीं कर रहे हैं. हमारी वहीं मांगे हैं जिनकी सरकार ने घोषणा की थी. सरकार अपने ही वादे से मुकर रही है. उन्होंने कहा कि बड़ी बात यह कि बेरोजगारों की दिवाली इस बार गुजरात की ही सड़कों पर होगी.
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