Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर में 'जिला सैनी समाज' द्वारा सावित्री बाई फुले का जन्मदिन मनाया गया. सावित्री बाई फुले के जन्मदिवस पर पार्षद रामेश्वर सैनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 101 महिलाओं का माला पहना कर और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर निगम के आयुक्त अखिलेश पिप्पल ने की, वहीं भरतपुर के मेयर अभिजीत कुमार जाटव इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए.
सावित्री बाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल बनी थीं. आज देश की महिलायें हर क्षेत्र में आगे हैं लेकिन बात 18वीं सदी की करें तो आज की तरह उस समय महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था. महिलाओं का स्कूल जाना भी पाप समझा जाता था. ऐसे समय में सावित्री बाई फुले ने जो करके दिखाया वह एक असाधारण बात थी.
क्या कहा मेयर ने
इस मौके पर मेयर अभिजीत कुमार जाटव ने अपने सम्बोधन में कहा की पहले समाज में छुआछूत, सती प्रथा, बाल विवाह, विधवा-विवाह जैसी कुरीतियां थीं. सावित्री बाई फुले का जीवन बेहद ही संघर्षपूर्ण रहा है. दलित महिलाओं के उत्थान के लिए और छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाने के कारण उन्हें विरोध भी झेलना पड़ता था. जब वह स्कूल जातीं तो लोग उन्हें पत्थर मारते थे, उनके ऊपर गंदगी भी डाल देते थे, इसलिए सावित्री बाई फुले एक साड़ी अपने थैले में लेकर चलती थीं और स्कूल जाकर साड़ी बदल लेती थीं.
'साबित्री बाई ने की एक नई पहल की शुरुआत'
उन्होंने कहा कि आज से लगभग 180 साल पहले लड़कियों की शिक्षा को अभिशाप माना जाता था. जिस समय महिलाओं को पुरानी विचार धारा के साथ घूंघट की प्रथा और चाहरदीवारी में रखा जाता था, उस जमाने में सावित्री बाई फुले को समाज के खिलाफ बगावत करके अपनी पढ़ाई पूरी करने में कितनी मुसीबतों का सामना करना पड़ा होगा. मेयर ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे में पहला बालिका विद्यालय खोल पूरे देश में एक नई पहल की शुरुआत की.
मेयर ने कहा की सावित्री बाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था और उनकी 9 वर्ष की उम्र में ज्योतिबा फुले के साथ शादी हो गई थी. ज्योतिबा फुले उस समय 13 वर्ष के थे. महात्मा ज्योतिबा फुले ने ही सावित्री बाई फुले को शिक्षा दी और आगे बढ़ाया.
ये लोग रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में मेयर अभिजीत कुमार, नगर निगम आयुक्त अखिलेश पिप्पल, पार्षद रामेश्वर सैनी, एडवोकेट रामगोपाल सैनी, पार्षद रमेश पाठक सहित सैनी समाज की महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने शिरकत की. कार्यक्रम के आयोजक रामेश्वर सैनी ने सभी आगुन्तकों का माला, साफा और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया.
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