Indian Railway: टिकट लिए बिना बेधड़क रेल में सफर करने वाले यात्रियों की अब खैर नहीं. हर यात्री को यात्रा करने के लिए टिकट लेकर ही ट्रेन में चढ़ना होगा. ऐसा नहीं करने पर जुर्माना या सजा हो सकती है. कोई भी यात्री किसी भी बोगी में बच नहीं सकेगा. सजा से बचने के लिए यात्री को टिकट लेकर ही सफर करना होगा. रेलवे ने तय किया है कि जयपुर मंडल से बिना टिकट चेकिंग कोई भी ट्रेन रवाना नहीं होगी. इसके लिए अजमेर मुख्यालय से इंटरनल वर्क स्टडी करवाई गई.


इंटरनल वर्क स्टडी के बाद लिया फैसला


अजमेर मुख्यालय पर ट्रेनों में टिकट चेकिंग का विश्लेषण कर 125 पदों का पुनर्गठन किया गया है. इनमें से 50 पदों को जयपुर-सीकर स्थानांतरित किया है. जयपुर मुख्यालय पर टिकट चेकिंग स्टाफ की कमी और अधिक ट्रेनों के चलते ट्रेनों में चेकिंग स्टाफ को परेशानी आ रही है. अब कोई भी कोच (अनमैंड) बिना टीटीई या चेकिंग स्टाफ के संचालित नहीं होगा.


Rajasthan News: बेटे पर रेप के आरोप पर मंत्री महेश जोशी बोले- हमेशा सत्य के साथ रहूंगा


50 लाख रुपए का भुगतान बचा


रेलवे बोर्ड ने ढाई साल से कोरोना के कारण संवेदनशील पदों पर पीरियोडिकल ट्रांसफर पॉलिसी को रोक लगाई थी. अब डीआरएम नरेंद्र और सीनियर डीसीएम मुकेश सैनी ने पहली बार कॉमर्शियल विभाग की आवधिक स्थानांतरण सूची जारी की है. इस फैसले से रेलवे का 50 लाख रुपए का भुगतान (टीए/टीपीए) बच गया.


90 कर्मचारियों को मनचाही पोस्टिंग


डीसीएम मुकेश सैनी ने 130 में से 90 कर्मचारियों को मनचाही पोस्टिंग दी है. 40 कर्मचारियों को प्रशासनिक हित में तैनात किया है. इस फैसले के बाद मंडल मंत्री मुकेश चतुर्वेदी, मंडल अध्यक्ष केएस अहलावत, मजदूर संघ के मंडल अध्यक्ष सौरभ दीक्षित, आरके मीना, रामसिंह, मंडल मंत्री रमेशचंद्र मीना ने डीआरएम नरेंद्र और सीनियर डीसीएम मुकेश सैनी का आभार जताया है.


ये भी पढ़ें-


Heat Wave: माइनस में पहुंचा Rajasthan की ऐतिहासिक झील का पानी, सिंचाई विभाग ने कही बड़ी बात