अब Ration Card की भी नहीं पड़ेगी जरूरत, सिर्फ आधार नंबर बताकर मिलेगा राशन
Rajasthan News: वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत आम लोगों को राहत दी गई है. देश का कोई भी नागरिक एक जगह से दूसरी जगह मजदूरी कर रहा है तो वो अपने हिस्से का अनाज वहीं से ले सकता है.
Ration by Aadhar Number: देशभर में खाद्य सुरक्षा योजना (Food Security) के तहत गरीब परिवारों को कम कीमत और मुफ्त में अनाज समेत अन्य सामान उचित मूल्य की दुकानों से दिया जाता है. इसी योजना को डिजिटली से जोड़ने के बाद आम उपभोक्ताओं को इसका फायदा भी मिल रहा है. सरकार की ओर से इस योजना को और आगे बढ़ाते हुए मजदूर परिवारों को राहत देने के लिए, जो एक जगह से दूसरी जगह मजदूरी कर रहे हैं और आधा परिवार एक जगह और आधा परिवार दूसरी जगह होता है, तो ऐसे लोग भी इस योजना का फायदा उठा सकते हैं. जोधपुर (Jodhpur) डीएसओ अनिल पवार ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताया कि उचित मूल्य की दुकान पर किस तरह से आम लोगों से जोड़ा गया है और किस तरह से उनको राहत मिल रही है.
सरकार ने बढ़ाया योजना का दायरा
वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत आम लोगों को राहत दी गई है. इसके साथ ही मजदूर वर्ग को राहत देने के लिए देश का कोई भी नागरिक एक जगह से दूसरी जगह मजदूरी कर रहा है तो वो अपने हिस्से का अनाज वहीं से ले सकता है. या यूं कहें कि अपनी पसंदीदा दुकान से अपने हिस्से का अनाज ले सकता है. जोधपुर में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 586000 उपभोक्ता जुड़े हुए हैं. ये सभी उपभोक्ता मिलने वाला अनाज उचित मूल्य की दुकान से ले रहे हैं. अब इस योजना को केंद्र सरकार के द्वारा और आगे बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों को सीधी राहत देने के लिए अन्य उचित मूल्य की दुकानों के लिए विज्ञप्ति निकाली है, जिससे और अधिक दुकानें होंगी तो आम आदमी को लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
योजना 35 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है
केंद्रीय उपभोक्ता मामले एवं खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा को बताया, योजना का खाका प्रवासी मजदूरों को ध्यान में रखकर खींचा गया था. प्रवासी मजदूरों को सरकारी योजना का लाभ लेने में दिक्कत आ रही थी. आज ये योजना 35 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है. योजना के तहत प्रवासी मजदूर अपने हिस्से का राशन उसी शहर में अपनी पसंद की दुकान से ले सकते हैं, जहां वो काम कर रहे हैं या करते हैं, जबकि उनके परिवार के लोग बाकी अपने हिस्से का राशन अपने स्थान पर ले सकते हैं. मंत्री ने कहा कि, सरकारी राशन की दुकान पर लाभार्थी को सिर्फ अपना आधार नंबर बताना होता है. राशन कार्ड लेकर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ती. वो बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के बाद राशन ले सकते हैं. 7 करोड़ लोगों ने पोर्टेबिलिटी का भी लाभ लिया है.
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