Rajasthan News: इन दिनों पूरे देश में लंपी वायरस कहर मचा रहा है.  कई राज्यों में हजारों-लाखों गौवंश बेमौत मर रहे हैं. इसे लेकर सरकार और आमजन चिंतित हैं. राजस्थान के ब्यावर शहर में आयोजित पोषण प्रदर्शनी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गाय बचाने का संदेश दिया. 


117 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दिखाई प्रतिभा
ब्यावर के महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी नितेश यादव ने बताया कि विभाग ने ब्लॉक स्तरीय राष्ट्रीय पोषण मेला व प्रधानमंत्री मातृ शिशु वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया. राजकीय पटेल स्कूल में आयोजित मेले में पोषण प्रदर्शनी लगाई गई. इसमें शहर के 117 केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने हाथ से व्यंजनों का प्रदर्शन किया. प्रदर्शनी के दौरान महिलाओं ने विभिन्न प्रकार की रंगोलियां बनाकर जागरूकता के लिए सामाजिक संदेश दिए. इसमें गाय बचाने का संदेश देने वाली रंगोली चर्चा में रही.


महिलाओं को बताईं सरकारी योजनाएं
पोषण प्रदर्शनी का उद्घाटन कर सीडीपीओ नितेश यादव ने सभी स्टॉल पर पहुंचकर व्यंजन चखे और उनकी सराहना करने के साथ अपने सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ियां सरकार की स्वस्थ शिशु, स्वस्थ माता और स्वस्थ समाज की परिकल्पना को पूरी करने में अपनी भूमिका निभा रही हैं. कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी ने पोषण माह अभियान के बारे में तथा गर्भवती-धात्री महिलाओं, पांच वर्ष तक के शिशु का पोषण, टीकाकरण और पूरक आहार इत्यादि के बारे में जानकारी दी.


महिलाओं की गोद भराई, बच्चों का अन्नप्राशन
पोषण मेले के दौरान महिला पर्यवेक्षक चंद्रकांता जोशी व कविता डाबी के निर्देशन में गर्भवती महिलाओं की गोद भराई रस्म निभाई गई. साथ ही जीरो से छह माह तक की आयु के बच्चों का अन्न प्राशन भी किया. पोषण प्रदर्शनी के दौरान बेस्ट रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित की गई. प्रतियोगिता में विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन अंजू गर्ग ने किया.


आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह
प्रदर्शनी में वरिष्ठ सहायक मुकेश वैष्णव, सहायक लेखाधिकारी दीप्ति सावलानी, ब्लॉक कार्डिनेटर प्रकाश कुमारी राव, नगर परिषद से दमयंती जयपाल, एनजीओ से ममता, सारिका, भावना, साधना सारस्वत, सुनीता यादव, मंगला त्रिपाठी सहित विभागीय स्टाफ एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उत्साह से भाग लिया. प्रधानमंत्री मातृ शिशु वंदन योजना में प्रथम गर्भवती महिला को तीन किस्तों में 5000 रुपए दिए जाते हैं. पहली किस्त में एक हजार, दूसरी और तीसरी किस्त में दो-दो हजार रुपए दिए जाते हैं.


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